सिगरेट पीना एक बहुत ही खतरनाक आदत है, जो न केवल धूम्रपान करने वाले के लिए, बल्कि उसके आस-पास के लोगों के लिए भी बहुत हानिकारक है, जिससे कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। जर्नल ऑफ एडिशन में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, सिगरेट पीने से पुरुषों की आयु 17 मिनट और महिलाओं की लाइफ 22 मिनट कम हो जाती है। सिगरेट सिर्फ फेफड़ों के लिए ही नहीं, बल्कि शरीर के इन 5 अंगों के लिए भी खतरनाक है।

दरअसल, जिस सिगरेट को आप चंद मिनटों के सुकून पाने के लिए पी रहे हैं, लेकिन वो आपकी जिंदगी के कई साल खत्म कर रही है। सिगरेट का धुआं धीरे-धीरे पूरे शरीर को जहर की तरह नुकसान पहुंचाता है। दिल से लेकर दिमाग तक, त्वचा से लेकर आंखों तक, कोई भी अंग इस जहर से बच नहीं सकता। सिगरेट पीना सिर्फ फेफड़ों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे शरीर के लिए खतरनाक है। इसमें मौजूद निकोटीन, टार और कार्बन मोनोऑक्साइड जैसे जहरीले पदार्थ पूरी हेल्थ पर भी बुरा असर डालते हैं।

हार्ट

सिगरेट पीने वालों में हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा 2 से 4 गुना ज्यादा होता है। सिगरेट से निकलने वाला निकोटीन और टार रक्त वाहिकाओं को संकरा कर देता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है और हार्ट रोग का खतरा बढ़ जाता है। धुएं में मौजूद कार्बन मोनोऑक्साइड खून में ऑक्सीजन की मात्रा को कम कर देता है, जिससे हार्ट पर ज्यादा दबाव पड़ता है। ब्लड प्रेशर हमेशा हाई रहता है, जिससे धीरे-धीरे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।

मस्तिष्क

सिगरेट पीने से याददाश्त कमजोर हो सकती है और डिमेंशिया का खतरा बढ़ सकता है। धुएं में मौजूद रसायन मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। यह तंत्रिका तंत्र को कमजोर करता है, जिससे एकाग्रता और सोचने की क्षमता कम हो जाती है।

त्वचा

सिगरेट का धुआं आपकी त्वचा से नमी और जरूरी पोषक तत्व छीन लेता है, जिसकी वजह से चेहरे पर झुर्रियां, दाग-धब्बे और बेजान त्वचा नजर आने लगती है। कोलेजन का उत्पादन कम हो जाता है, जिससे त्वचा ढीली पड़ने लगती है और आप समय से पहले बूढ़े दिखने लगते हैं। धूम्रपान करने वालों की त्वचा जल्दी बेजान और काली हो जाती है, क्योंकि धूम्रपान करने से त्वचा में ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो जाती है।

गुर्दे

सिगरेट पीने से किडनी कैंसर का खतरा 50% तक बढ़ जाता है। धुएं में मौजूद विषाक्त पदार्थ किडनी के ऊतकों को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे किडनी धीरे-धीरे खराब होने लगती है। इससे रक्तचाप बढ़ता है, जो किडनी फेल होने का सबसे बड़ा कारण हो सकता है।

आंखें

सिगरेट का धुआं आंखों की नाज़ुक रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है और दृष्टि कमजोर हो जाती है। लंबे समय तक धूम्रपान करने से मोतियाबिंद और धुंधली दृष्टि की समस्या हो सकती है। सिगरेट पीने वालों में उम्र से संबंधित मैक्यूलर डिजनरेशन (AMD) का जोखिम तीन गुना ज्यादा होता है, जिससे उम्र बढ़ने के साथ दृष्टि पूरी तरह से चली जाती है।

इसके अलावा खाने के बाद इन 2 चीजों को तुरंत चबा लीजिए, पाचन तंत्र करने लगेगा तेजी से काम, सुबह उठते ही पेट की हो जाएगी सफाई।