चीन की सोशल मीडिया साइट्स पर इन दिनों एक 20 साल का कॉलेज स्‍टूडेंट चर्चा का विषय बना हुआ है। लियू नाम का ये लड़का ‘डिल्‍यूज्‍नल लव डिसॉर्डर’ नामक एक अजीब बीमारी से पीड़ित है। इसी बीमारी के चलते लियू को लगता है कि उसकी यूनिवर्सिटी की हर लड़की उसके प्यार में पागल है, बस लड़कियां ये बात उससे कहने से डरती हैं। इतना ही नहीं, अपनी इस सोच के चलते लियू कई बार ऐसे काम कर चुका है, जो यूनिवर्सिटी की लड़कियों के लिए परेशानी का सबब बन जाते हैं। आइए समझते हैं इस बीमारी के बारे में विस्तार से-

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?

मामले को लेकर इंडियन एक्सप्रेस संग हुई एक खास बातचीत के दौरान थ्राइविंग माइंड्स, देहरादून में कंसल्टेंट साइकेट्रिस्ट और व्यवहार चिकित्सा, संस्थापक और नैदानिक ​​​​प्रमुख, डॉ. अंकिता प्रियदर्शिनी ने बताया, ‘इस तरह के विकार में रोगी के मन में किसी शख्स के लिए स्ट्रांग रोमांटिक फीलिंग्स विकसित होने लगती हैं, हालांकि ये भावनाएं अवास्तविक या गलत मान्यताओं पर आधारित होती हैं।’

डॉ. अंकिता के मुताबिक, ‘डिल्‍यूज्‍नल लव डिसॉर्डर से पीड़ित होने पर व्यक्ति किसी और के लिए पूरी तरह से पागल हो जाता है, साथ ही वो ये भी मानने लगता है कि सामने वाला शख्स भी उसे उतना ही टूटकर प्यार करता है, भले ही इसका कोई वास्तविक सबूत न हो।’

वहीं, बात लियू की स्थिति की करें, तो साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट (एससीएमपी) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, लियू में इस डिसॉर्डर के लक्षण फरवरी से नजर आने शुरू हुए थे और समय के साथ उसकी स्थिति बिगड़ती चली गई। लियू अब तक कई बार अपने साथ पढ़ने वाली लड़कियों के साथ अनुचित व्यवहार कर चुका है।

रिपोर्ट के मुताबिक, लियू का इलाज करने वाले डॉक्टर झेंजियाओ का कहना है कि वो खुद को पूरी यूनिवर्सिटी का सबसे आकर्षक और हैंडसम व्यक्ति मानता है। वहीं, लड़कियां बार-बार उसे रिजेक्ट कर देती हैं, तो इसे लेकर वो हर बार एक ही बात कहता है, ‘सारी लड़कियां मुझे प्यार करती हैं, बस कहने से डरती हैं। लड़कियां शर्मीली होती हैं ना।’ फिलहार लियू का इलाज जारी है।

कैसे होते हैं डिल्‍यूज्‍नल लव डिसॉर्डर के लक्षण?

रिपोर्ट में डॉक्टर झेंजियाओ बताते हैं, इस तरह की स्थिति से जूझ रहे व्यक्ति में अलग-अलग लक्षण नजर आ सकते हैं। हालांकि, कुछ आम लक्षण जो लियू में देखे गए उनमें पूरी रात जागना, क्लास में ध्यान केंद्रित न करना, अधिक फिजूलखर्ची करना, किसी के भी प्यार में पड़ जाना, आदि शामिल हैं।

इससे अलग कुछ अन्य लक्षणों के बारे में विस्तार से बात करते हुए डॉ. प्रियदर्शिनी ने बताया-

  • इस विकार से ग्रस्त व्यक्ति अपने प्यार के नेचर को लेकर अटूट विश्वास बनाए रखते हैं, इसके चलते वो हर बार रिजेक्शन को अस्वीकार करते रहते हैं। इतना ही नहीं, अगर कोई इंसान मुस्कुरा भी दे, तो पीड़ित इसे भी प्यार का इशारा समझने लगता है।
  • डिल्‍यूज्‍नल लव डिसॉर्डर से पीड़ित सामने वाले शख्स का पीछा करना शुरू कर देता है। जैसे व्यक्ति के कार्यस्थल या घर के आसपास बार-बार चक्कर लगाना शुरू कर देता है, बिना वजह उन्हें लगातार फोन या मैसेज करता रहता है, यहां तक कि उन्हें अपने प्यार में फंसाने के लिए महंगे से महंगे तोहफे तक भेजना शुरू कर देता है।
  • ऐसे व्यक्ति को मूड स्विंग्स बहुत होते हैं। जैसे जब उसका पसंदीदा शख्स उसे देखकर मुस्कुरा दे, तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं होता है और जब वो शख्स उसे पल भर के लिए ही इग्नोर करे, तो वो अपना आपा खोने लगता है।

क्यों हो जाती है ये बीमारी?

इस सवाल का जवाब देते हुए डॉ. प्रियदर्शिनी ने बताया, ‘रिजेक्शन का पास्ट एक्सपीरियंस, ट्रोमा आदि डिल्‍यूज्‍नल लव डिसॉर्डर का अहम कारण माने जाते हैं। खासकर अगर कोई इंसान बार-बार प्यार में रिजेक्शन को झेलता है, उसे ये स्थिति अधिक प्रभावित कर सकती है।’

कैसे किया जाता है इलाज?

डॉ. प्रियदर्शिनी बताती हैं, ‘डिल्‍यूज्‍नल लव डिसॉर्डर से पीड़ित व्यक्ति को थेरेपी के साथ-साथ कुछ खास तरह की दवाओं के साथ ठीक करने की कोशिश की जाती है। इससे अलग पीड़ित व्यक्ति के दोस्तों और परिवार के लोगों का भी सहयोग लिया जाता है।’

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।