किडनी हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग है। ये शरीर का बैलेंस बनाए रखने के साथ-साथ वेस्ट मैटेरियल को भी बाहर निकालती है। अगर किडनी में कोई दिक्कत आने लगे तो शरीर के बाकी अंग पर भी इसका असर पड़ सकता है। इसलिए हमें अपने खानपान और लाइफस्टाइल पर खास ध्यान देना चाहिए।

आजकल का अनहेल्दी फूड और अनियंत्रित लाइफस्टाइल किडनी पर असर डाल रही है। शराब व दवाएं भी किडनी खराब होने का कारण हो सकती हैं। इनके अधिक सेवन से किडनी पर बुरा असर होता है। किडनी हेल्दी है या नहीं ये जानना बेहद जरूरी है। हमारा शरीर हमारी सेहत को लेकर हमें संकेत देता है, लेकिन कई बार हम उन संकेतों को नजरअंदाज कर देते हैं या समझ नहीं पाते।

आज हम आपको बताएंगे कि जिन लोगों की किडनी में समस्या है, उनके यूरिन यानी पेशाब का रंग बदलने लगता है। लेकिन हम ये अनदेखा कर देते हैं। आज हम किडनी की समस्या से संबंधित कुछ संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनपर ध्यान देना आवश्यक है।

पेशाब का रंग बदलना या पेशाब में दिक्कत: जिन लोगों की किडनी या गुर्दा खराब होने लगता है उनके शरीर में कई लक्षण नजर आने लगते हैं। जैसे पेशाब का रंग बदलना, जोड़ों में दर्द, सांस फूलना, खुजली होना, नींद ना आना, कमजोरी आना, याददाश्त कमजोर होना आदि।

किडनी खराब होने का सबसे बड़ा लक्षण है पेशाब का रंग बदलना। जिन लोगों को ये समस्या है उन्हें तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। इस संकेत को नजरअंदाज करना उनके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे में किडनी फेल भी हो सकती है। ऐसे में डॉक्टर भी आपकी मदद नहीं कर पाते हैं।

ज्यादातर लोगों को किडनी फेल होने तक अपनी बीमारी का पता नहीं चल पाता। इसका एक कारण ये भी है कि किडनी की बीमारी के लक्षण शुरुआती दिनों में पता नहीं चलते। लेकिन जिन लोगों की किडनी खराब हो जाती है उनके पास इलाज के दो विकल्प होते हैं। पहला डायलिसिस और दूसरा किडनी ट्रांसप्लांट कराना।