देश में हर साल राष्ट्रीय न्यूट्रिशन वीक 1 से 7 सितंबर के बीच मनाया जाता है। न्यूट्रिशन वीक को सेलिब्रेट करने का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है। इस साल न्यूट्रिशन वीक की थीम ‘शुरू से ही स्मार्ट फीडिंग’ रखी गई हैं। न्यूट्रिशन वीक के दूसरे दिन सेलेब्रिटी न्यू्ट्रिशनिस्ट ऋजुता दिवेकर ने अपने ट्विटर हैंडल से एक वीडियो शेयर किया है। जिसमें वह लोगों को अच्छे पाचन तंत्र के लिए कुछ डाइट फॉलो करने की सलाह दे रही हैं।

वीडियो में ऋजुता दिवेकर कह रही हैं, “आज हम बात करेंगे पाचन तंत्र को लेकर। हम जितना ज्यादा अच्छी चीजें खाएंगे, उतनी ही अच्छी तरह से उसे पचा सकेंगे। सही तरह से खाना पचाने से हमारी स्किन और बाल हेल्दी रहते हैं। साथ ही डायबिटीज और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों से भी दूर रहते हैं।”

खराब पाचन के लक्षण: ऋजुता दिवेकर बताती हैं कि अगर आपको रोजाना एसिडिटी, गैस और ब्लोटिंग की समस्या हो रही है तो आपका पाचन तंत्र खराब है। अगर आपको रात में सोने में परेशानी हो रही है तो यह भी खराब डाइजेशन के लक्षण हैं। इसके अलावा अगर आपको रोजाना मिठाई या फिर चॉकलेट खाने का मन कर रहा है तो यह खराब पाचन के लक्षण हैं।

इन कारणों से होता है पाचन तंत्र खराब:

डिहाइड्रेशन: पानी ना पीने के कारण भी डाइजेशन खराब हो सकता है। क्योंकि अधिक पानी का सेवन करने से विषाक्त पदार्थ दूर होते हैं। हालांकि, कुछ लोग पानी नहीं पीते, जिसके कारण उन्हें परेशानी होती है।

4 बजे के बाद ना पिएं चाय या फिर कॉफी: ऋजुता दिवेकर बताती हैं कि शाम 4 बजे के बाद चाय और कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे आपका पाचन तंत्र खराब हो सकता है।

इसके अलावा सही तरीके से खाना ना खाने और एक्सरसाइज ना करने के कारण भी इनडाइजेशन की समस्या हो सकती है।

इन चीजों को करें अपनी डाइट में शामिल:

गुड़ और घी: ऋजुता दिवेकर बताती हैं कि अपने पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने के लिए लंच के बाद घी और गुड़ का जरूर सेवन करें। क्योंकि गुड़ में आयरन और फाइबर की उच्च मात्रा पाई जाती है, इससे आपका शरीर हाइड्रेटिड रहता है।

हर दिन करें केले का सेवन: केला का नियमित तौर पर सेवन करने से आपका डाइजेशन काफी अच्छा रहता है। इसके अलावा अगर आपको गैस की समस्या, बार-बार नींद खुलना, पीसीओडी की समस्या हैं तो दही के साथ किशमिश का सेवन करना फायदेमंद साबित होता है। दही और किशमिश में प्रीबायोटिक और प्रोबायोटिक बैक्टरिया मौजूद होते हैं। यह शरीर में हीमोग्लोबिन और विटामिन बी 12 को बढ़ाने में मदद करता है।