कोरोना के बाद बहुत से लोगों में डायबिटीज की समस्या देखी गई, यह समस्या इसलिए हुई क्योंकि लिवर पर अधिक चर्बी जमा होने लगी थी। जिसके कारण इंसुलिन बनने की प्रक्रिया गड़बड़ा गई थी और इस वजह से ब्लड में ग्लूकोज का स्तर बढ़ने लगा। बाबा रामदेव के मुताबिक ऐसे में जब आप अपनी दिनचर्या में बदलाव करते हैं और योग-आयुर्वेद के साथ स्वस्थ भोजन करते हैं तो चर्बी कम होने लगती है और इंसुलिन पहले की तरह सामान्य होने लगता है।

यदि आप अपनी त्वचा पर अचानक परिवर्तन, धुंधली दृष्टि, वजन घटना, मूत्र संबंधी समस्याएं, पेट दर्द, पैरों में झुनझुनी भी देखते हैं तो सतर्क हो जाएं। अपनी दिनचर्या को तुरंत ठीक करें क्योंकि “जर्नल ऑफ नेचुरल साइंसेज बायोलॉजी एंड मेडिसिन” में एक अध्ययन के अनुसार, भारतीयों को मधुमेह का सबसे अधिक खतरा होता है, लेकिन रिवर्स भी उतनी ही तेजी से होता है।

नॉर्मल शुगर लेवल

सामान्य रक्त शर्करा का स्तर तब कहा जाता है जब व्यक्ति के ब्लड शुगर का स्तर खाने से पहले 100 mg/dl से कम होना चाहिए जबकि खाने के बाद 140 mg/dl से कम होना चाहिए।

प्री-डायबिटीज

डायबिटीज की शुरूआत लोगों में तब होती है जब व्यक्ति ब्लड शुगर का स्तर खाने से पहले 100-125 mg/dl तक होना चाहिए जबकि खाने के बाद 140-199 mg/dl तक होना डायबिटीज के शुरुआती संकेत हैं।

डायबिटीज

डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति में ब्लड शुगर का स्तर खाने से पहले 125 से ज्यादा mg/dl तक होना चाहिए जबकि खाने के बाद 200 से ज्यादा mg/dl तक होना डायबिटीज होने का संकेत हैं।

डायबिटीज की वजह

बाबा रामदेव के मुताबिक डायबिटीज होने के पीछे तनाव, बेवक्त का खाना, जंकफूड, पानी कम पीना, वक्त पर न सोना , वर्कआउट न करना, मोटापा, जेनेटिक कारण भी हो सकते हैं।

पौधों से करें शुगर कंट्रोल

बाबा रामदेव के मुताबिक मधुमेह को कंट्रोल करने के लिए पौधों का उपयोग किया जा सकता है। मधुमेह को कंट्रोल करने के साथ ही रिवर्स करने के लिए एलोवेरा, स्टीविया प्लांट, इंसुलिन प्लांट, शुगर होगा कंट्रोल, खीरा-करेला-टमाटर का जूस पियें, गिलोय का काढ़ा पीने से मदद मिल सकती है।

मधुमेह को दवा के बिना ऐसे करें कंट्रोल

बाबा रामदेव के मुताबिक मधुमेह के मरीजों के लिए मंडूकासन- योगमुद्रासन फायदेमंद है। इसके साथ ही मरीजों को रोजाना 15 मिनट कपालभाति करना चाहिए साथ ही रोज 1 चम्मच मेथी पाउडर भी खाने से लाभ मिलता है। इसके अलावा सुबह लहसुन की 2 कली खाएं, गोभी, करेला लौकी, सिर्फ गुनगुना पानी, सुबह खाली पेट नींबू-पानी, लौकी का सूप जूस-सब्जी, अनाज-चावल कम कर दें और खाने के 1 घंटे बाद पानी पीने से मधुमेह को कंट्रोल करने के साथ रिवर्स करने में मदद मिल सकती है।

डायबिटीज रिवर्स करने के लिए अपनाएं ये तरीका

बाबा रामदेव के मुताबिक सुबह 8 से शाम 6 बजे तक सुबह उठकर आधा चम्मच मेथी पाउडर लेने से डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। इसके साथ ही नाश्ते से पहले खीरा, करेला, टमाटर जूस और नाश्ते में स्प्राउट, दलिया, दूध, ब्राउन ब्रेड को शामिल करना न भूलें। वहीं लंच से पहले अमरुद, सेब, संतरा, पपीता और लंच में दो रोटी, चावल, दाल, सब्जी, दही, सलाद को अपनी डाइट प्लान में शामिल करना न भूलें। जबकि शाम का नाश्ता ग्रीन टी, बेक्ड स्नैक्स और शाम 6 बजे के बाद डिनर में दो रोटी, एक कटोरी सब्जी 1, ग्लास हल्दी दूध लेना न भूलें।