सब्जियां हमारी थाली का अहम हिस्सा हैं जिनका सेवन हम पका कर और कच्चा दोनों तरह करते हैं। कुछ सब्जियां ऐसी हैं जिन्हें हम सलाद के रूप में कच्चा खाते हैं और कुछ सब्जियों को हम पकाकर और कच्चा दोनों तरह खाते हैं। सब्जियों का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। कुछ सब्जियां ऐसी हैं जिन्हें सुपरफूड की श्रेणी में रखा जाता है। सुपरफूड की श्रेणी में जिन सब्जियों को रखा जाता है उसमें केल और पालक शामिल है। ये दोनों सब्जियां पोषक तत्वों से भरपूर और सेहत के लिए फायदेमंद हैं। इन दोनों सब्जियों का सेवन सेहत के लिए बेहद उपयोगी है।
ये क्रूसिफेरस सब्जियां कई तरह के रंगों, आकारों और बनावट में आती हैं। एंटीऑक्सिडेंट गुणों से भरपूर ये सब्जियां दिल के रोगों और कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचाती हैं। फाइबर, विटामिन सी और कैल्शियम से भरपूर ये सब्जियां अगर पकाकर खाएं तो सेहत के लिए उपयोगी हैं अगर इन्हें कच्चा खाया जाए तो ये सेहत को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
पालक और केल का कच्चा सेवन करने पर सेहत पर असर
न्यूट्रिशन और वेलनेस कंसल्टेंट नेहा सहाय ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट के माध्यम से जानकारी दी है कि पालक और केल में ऑक्सालिक एसिड नामक एक यौगिक होता है जो शरीर में कैल्शियम और अन्य खनिजों के साथ जुड़ सकता है और अघुलनशील क्रिस्टल बना सकता है। जब इन दोनों सब्जियों को कच्चा खाया जाता है तो ऑक्सालिक एसिड पकाने से नहीं टूटता है और यह शरीर में कैल्शियम,आयरन और अन्य महत्वपूर्ण खनिजों के अवशोषण में रुकावट पैदा करता है।
इंटीग्रेटिव न्यूट्रिशनिस्ट और हेल्थ कोच करिश्मा शाह ने कहा कि गैस्ट्रिक या आंत की परेशानी होने वाले लोगों को पालक और केल को कच्चा खाने से बचना चाहिए क्योंकि इससे एसिडिटी या पेट में दर्द हो सकता है। नेहा सहाय ने स्टाग्राम पोस्ट पर सूचना शेयर करते हुए बताया है कि केल और पालक का कच्चा सेवन करने से किडनी स्टोन,आईबीएस, गठिया, सूजन और गैस का खतरा बढ़ने लगता है।
सहया ने बताया कि पालक और केल vitamin K का रिच सॉर्स होने के कारण एंटीकोआगुलेंट दवाओं के साथ प्रतिक्रिया कर सकता हैं। इन दवाओं का इस्तेमाल ब्लड को पतला करने के लिए किया जाता है। यह ब्लड में मौजूद अन्य कारकों को भी प्रभावित कर सकता है। एक्सपर्ट के मुताबिक ये सब्जियां बैक्टीरिया को मारने और इसे खाने योग्य बनाने के लिए इन सब्जियों का सेवन पकाकर ही करें। इन सब्जियों को हल्की भाप में पकाने से भी कई बीमारियों से बचा जा सकता है।
एक्सपर्ट के मुताबिक पालक और केल को थोड़ी मात्रा में कच्चा खाना सुरक्षित है, लेकिन इसे हमेशा पकाकर खाने की सलाह दी जाती है। खाना पकाने से ऑक्सालिक एसिड को तोड़ने में भी मदद मिलती है, जिससे शरीर के लिए पालक में पोषक तत्वों को अवशोषित करना आसान हो जाता है।
कब्ज का कारण बन सकती हैं ये कच्ची सब्जियां
पोषण विशेषज्ञ जसलीन कौर ने बताया कि इन सब्जियों का कच्चा सेवन करने से कब्ज की बीमारी होने का खतरा पैदा हो सकता है। अगर आप इन दोनों सब्जियों का सेवन करते हैं तो एक कटोरी पालक और केल को सलाद और स्मूदी के रुप में खा सकते हैं।