Broccoli benefits in winter: सर्दियों के मौसम में बाजार में कई तरह की हरी-भरी मौसमी सब्जियां मिलती हैं। इन्हीं सब्जियों में से एक ब्रोकली है, जिनकी तारीफ तो बहुत होती है लेकिन लोग मन से कम ही खाते हैं। अक्सर इसे ज्यादा उबाल दिया जाता है, जिससे इसका स्वाद फीका और थोड़ा कड़वा हो जाता है। लेकिन सर्दियों का मौसम ब्रोकली को नए नजरिए से देखने का है। अगर इसे सही तरीके से पकाई जाए तो ब्रोकली मीठी, हल्की नटी फ्लेवर वाली और क्रीमी टेक्सचर की हो जाती है। ठंड के मौसम में शरीर को अतिरिक्त पोषण की जरूरत होती है, ताकि इम्यूनिटी मजबूत रहे और शरीर के जरूरी अंग सही ढंग से काम कर सकें। इन अंगों में लिवर की भूमिका सबसे अहम होती है, क्योंकि यही शरीर से गंदगी और विषैले तत्वों को बाहर निकालने के साथ-साथ पाचन प्रक्रिया को संतुलित रखता है। आयुर्वेद और आधुनिक मेडिकल साइंस दोनों ही यह मानते हैं कि सर्दियों में ब्रोकली का सेवन लिवर को सुरक्षित रखने और उसकी कार्यक्षमता बढ़ाने में बेहद लाभकारी साबित होता है। तो चलिए जानते हैं सर्दियों में ब्रोकली खाने से क्या शरीर को क्या फायदा मिलता है…
सर्दियों में इम्युनिटी को मजबूत बनाती है ब्रोकली
ब्रोकली विटामिन C से भरपूर होती है, लेकिन यह खट्टे फलों की तरह पेट पर भारी या एसिडिक असर नहीं डालती। एक कटोरी ब्रोकली रोजाना की विटामिन C की जरूरत को काफी हद तक पूरा कर देती है। इसके साथ ही इसमें ऐसे तत्व होते हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाते हैं।
पाचन को रखती है दुरुस्त
सर्दियों में खाना अपने आप थोड़ा भारी हो जाता है। ब्रोकली में मौजूद फाइबर इस भारीपन को संतुलित करता है। यह आंतों की सफाई में मदद करता है और कब्ज या सुस्ती जैसी समस्याओं से बचाता है। कच्चे सलाद की तुलना में हल्की पकी हुई ब्रोकली सर्दियों में ज्यादा गर्म और पाचन के लिए अनुकूल होती है।
लिवर
लिवर की सेहत बनाए रखने में ब्रोकली की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। लिवर का प्रमुख कार्य शरीर में मौजूद हानिकारक तत्वों और टॉक्सिन्स को छानकर बाहर निकालना होता है, लेकिन जब ये विषैले पदार्थ जरूरत से ज्यादा बढ़ जाते हैं, तो लिवर पर अतिरिक्त दबाव पड़ने लगता है। ब्रोकली में पाया जाने वाला सल्फोराफेन शरीर के डिटॉक्सिफिकेशन एंजाइम्स को सक्रिय करता है, जिससे लिवर को टॉक्सिन्स को तोड़ने और उन्हें शरीर से बाहर निकालने में मदद मिलती है।
स्किन
ठंडी हवा, हीटर और गरम पानी से नहाने के कारण सर्दियों में त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है। ब्रोकली में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन A और सल्फोराफेन त्वचा की मरम्मत अंदर से करते हैं। ऐसे में नियमित रूप से ब्रोकली का सेवन त्वचा की नमी, लचीलापन और हेल्दी बैरियर को बनाए रखने में मदद करती है।
वजन को कंट्रोल करने में सहायक
ब्रोकली में कैलोरी कम और फाइबर ज्यादा होता है, जिससे पेट भरा हुआ महसूस होता है और बार-बार स्नैकिंग की इच्छा कम होती है। खासतौर पर रात के खाने में ब्रोकली जरूर शामिल करना चाहिए।
हार्मोन बैलेंस को सपोर्ट करती है
सर्दियों में हार्मोन असंतुलन की वजह से थकान, मूड स्विंग्स और पाचन समस्याएं बढ़ सकती हैं। ब्रोकली धीरे-धीरे शरीर के अंदर संतुलन बनाए रखने में सहायक होती है।
जोड़ों और हड्डियों को देती है सहारा
ठंड में जोड़ों की जकड़न आम समस्या है। ब्रोकली में विटामिन K, कैल्शियम और सूजन कम करने वाले तत्व होते हैं, जो हड्डियों और जोड़ों को मजबूती देते हैं। बुज़ुर्गों के लिए यह सर्दियों में खासतौर पर फायदेमंद साबित हो सकती है।
एनर्जी बनाए रखती है
सर्दियों में धूप कम मिलने से आलस और थकान बढ़ जाती है। ऐसे में ब्रोकली में मौजूद B विटामिन और मैग्नीशियम शरीर को स्थिर ऊर्जा देते हैं।
डिस्क्लेमर
यह स्टोरी सामान्य जानकारी के उद्देश्य से तैयार की गई है। किसी भी तरह के स्वास्थ्य संबंधी बदलाव या डाइट में परिवर्तन करने से पहले अपने डॉक्टर या योग्य हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
