कैंसर इतनी गंभीर बीमारी है, जो एक बार किसी को अपना शिकार बना ले तो जान लिए बिना छोड़ती नहीं है। कैंसर से बचना बहुत ही मुश्किल हो जाता है, क्योंकि इसका इलाज करवा पाना हर किसी के लिए बेहद ही चुनौतीपूर्ण होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, ब्रेस्ट कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसमें स्तन की असामान्य कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और ट्यूमर का रूप ले लेती हैं। ब्रेस्ट कैंसर का खतरा भारत समेत पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ रहा है। अगर, समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो यह शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकता है और जानलेवा साबित हो सकता है।

साल 2022 में, दुनियाभर में करीब 6.7 लाख महिलाओं की मौत ब्रेस्ट कैंसर से हुई। भारत में भी इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। NCDIR-India (2024) के अनुसार, भारत में हर 28 में से 1 महिला को ब्रेस्ट कैंसर का खतरा है। ऐसे में महिलाओं के लिए जरूरी है कि वह अपनी डाइट में कैंसर-रोधी फूड शामिल करें। हाल ही में न्यूट्रिशनिस्ट और वेट लॉस स्पेशलिस्ट लीमा महाजन ने 5 ऐसे फूड्स बताए हैं, जिन्हें महिलाएं अपनी डाइट में शामिल कर ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम कर सकती हैं।

अनार

कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकने के लिए अनार बहुत ही असरदार हो सकता है। अनार में एलगिटैनिन्स पाए जाते हैं, जो कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकते हैं और एस्ट्रोजन से होने वाले ट्यूमर के खतरे को कम करते हैं। न्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार, रोजाना 1 कप ताजा अनार का सेवन महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर से बचाव में मदद करता है।

क्रूसिफेरस सब्जियां

सब्जियों का सेवन सेहत के साथ-साथ कई बीमारियों से बचाव के लिए भी बहुत लाभकारी होता है। ब्रोकली, फूलगोभी, पत्ता गोभी जैसी क्रूसिफेरस सब्जियां सल्फोराफेन से भरपूर होती हैं। यह तत्व शरीर से हानिकारक एस्ट्रोजन उप-उत्पादों को बाहर निकालने और ट्यूमर को बढ़ने से रोकने में मदद करता है। हफ्ते में कम से कम 3-4 बार इन्हें हल्का पकाकर या कच्चा खाना चाहिए।

सोया और दाल

हार्मोन संतुलन के लिए सोया और दाल जरूरी है। सोयाबीन और दालों में आइसोफ्लेवोंस पाए जाते हैं, जो प्राकृतिक पौधों से मिलने वाले एस्ट्रोजेन जैसे यौगिक हैं। ये हार्मोन को संतुलित कर ब्रेस्ट कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि रोकते हैं। न्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार, हफ्ते में कम से कम 2-3 बार सोयाबीन, टोफू, सोया मिल्क या दाल का सेवन करना चाहिए। इससे ब्रेस्ट कैंसर का खतरा करीब 30% तक घट सकता है।

आंवला और अमरूद

आंवला और अमरूद विटामिन C से भरपूर होते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट डीएनए डैमेज और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को रोकते हैं और शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं। न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक, हर दिन एक विटामिन C से भरपूर फल का सेवन करना चाहिए, जिससे शरीर में कैंसर-रोधी क्षमता बनी रहती है।

अलसी के बीज

हार्मोन बैलेंस और कैंसर रोकथाम के लिए अलसी के बीज बहुत असरदार होता है। अलसी में मौजूद लिग्नान्स एस्ट्रोजन को कंट्रोल करते हैं और ब्रेस्ट कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि रोकते हैं। न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक, रोजाना 1 बड़ा चम्मच पिसी हुई अलसी को स्मूदी, दही या सलाद में मिलाकर खाएं। रिसर्च से यह साबित हुआ है कि अलसी का नियमित सेवन ब्रेस्ट कैंसर ट्यूमर मार्कर्स को कम करता है।

वहीं, फिटनेस ट्रेनर नवनीत रामप्रसाद के अनुसार, सिर्फ लंबी वॉक करना 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को मजबूत बनाने के बजाय और भी कमजोर कर सकता है।