कैंसर एक ऐसी खतरनाक बीमारी है, जो एक बार किसी को अपना शिकार बना ले तो उसके पैरों तले जमीन खिसक जाती है। दरअसल, कैंसर धीरे-धीरे शरीर के अंगों प्रभावित करता है और समय पर सही इलाज नहीं न होने के चलते जानलेवा साबित है। हालांकि, कुछ नेचुरल चीजें ऐसी होती हैं, जो कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम कर सकती हैं।
एक स्टडी के अनुसार, अगर रोजाना एक गिलास दूध पी लिया जाए तो इससे आंत्र के कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और कैंसर रिसर्च यूके द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि अपने आहार में प्रतिदिन एक गिलास दूध शामिल करने से आंत्र कैंसर का खतरा 17% तक कम हो सकता है।
आंत्र कैंसर यू.के. में चौथा सबसे आम कैंसर है और युवा लोगों में इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कैंसर रिसर्च यू.के. के अनुसार, हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर 54% आंत्र कैंसर को रोका जा सकता है। आंत्र कैंसर के सबसे मुख्य कारक धूम्रपान, व्यायाम की कमी, शराब, प्रोसेस्ड मीट खाना और खराब खानपान आदि हैं।
एंग्लिया रस्किन विश्वविद्यालय में बायोमेडिकल साइंसेज के प्रोफेसर जस्टिन स्टेबिंग ने बताया कि, एक ऑन्कोलॉजिस्ट के रूप में मैं अपने मरीजों को सलाह देता हूं कि कैसे आहार और लाइफस्टाइ स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है, जिसमें कैंसर होने का खतरा भी शामिल है, लेकिन यह शोध – आहार और बीमारी पर अब तक के सबसे बड़े अध्ययनों में से एक, जिसमें सामने आया कि आसान, सस्ते आहार परिवर्तन से हर किसी को अपने कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।
अध्ययन में पाया गया कि जो लोग प्रतिदिन 244 ग्राम अतिरिक्त दूध पीते हैं यानी लगभग एक बड़ा गिलास, उनमें आंत्र कैंसर होने का जोखिम 17% कम होता है। यह कमी पूरे, आधे स्किम्ड और स्किम्ड दूध पर लागू होती है।
दूध से कैसे कम हो सकता है कैंसर का खतरा
दूध में प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन D, विटामिन बी2 (राइबोफ्लेविन), विटामिन बी12, फास्फोरस, पोटैशियम और आयोडीन आदि पोषक तत्व होते हैं, पोषक तत्व शरीर के विभिन्न कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। दूध में कैल्शियम की हाई मात्रा पाई जाती है, जो आंतों में मौजूद कोशिकाओं को सुरक्षित रखने में मदद करती है। यह कैंसरजनक पदार्थों के प्रभाव को कम करता है।
इसके अलावा दूध में मौजूद विटामिन D कोशिकाओं के विभाजन और वृद्धि को कंट्रोल करता है। यह कैंसर सेल्स की ग्रोथ को रोकने में अहम भूमिका निभाता है। इसमें बायोएक्टिव कंपाउंड्स भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। दूध में ऐसे जैव सक्रिय तत्व होते हैं, जो इन्फ्लेमेशन कम करते हैं, जो कैंसर के विकास का एक बड़ा कारण होता है।
वहीं, न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स और रिसर्च के अनुसार, कुछ खास सुपरफूड्स में ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो कोशिकाओं को कैंसरग्रस्त होने से रोकते हैं।