दालचीनी (Cinnamon) का इस्तेमाल स्वीट डिश का जायका बढ़ाने के काम आती है। इसके अलावा इसे गरम मसाले में भी इस्तेमाल किया जाता है। वैसे तो इसे आम मसाले की इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन इसके कई स्वास्थ्य संबंधी फायदे भी होते हैं। जिनके बारे में कम ही लोग जानते हैं। डायटीशियन्स की मानें तो दालचीनी में ऐसे गुण होते हैं जो ब्लड शुगर (Blood Sugar) को कंट्रोल करने में भी मददगार होते हैं। आइये जाने कैसे।
हेल्दी स्टेडी गो के सह-संस्थापक और डायटीशियन काजल वट्टमवार और बुशरा कुरैशी के मुताबिक दालचीनी में मौजूद फोटोकैमिकल कंपोनेंट एंटी इन्फ्लामेट्री, एंटी डायबिटिक, एंटी ट्यूमर, एंटी कैंसर होते हैं, जो इन सभी बीमारियों से हमारे शरीर का बचाव करने की क्षमता रखते हैं।
मधुमेह या डायबिटीज इनमें से सबसे आम बीमारी बन गई है। जो शरीर में अपर्याप्त इंसुलिन बनने के कारण होती है। डायबिटीज के मरीजों के लिए दालचीनी का सेवन फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि ये शरीर में इंसुलिन को बनने में मदद करती है। कई स्टडीज में सामने आया कि दालचीनी ब्लड शुगर के लेवल को कम करने का काम करती है। इसके अलावा कई शोध में ये भी सामने आया कि दालचीनी प्री-डायबिटिक और टाइप-टू डायबिटीज के मरीजों के फास्टिंग शुगर लेवल को कम करती है।
इस मात्रा में करें सेवन
दालचीनी की मात्रा को लेकर भी कई शोध किए गए, हालांकि ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इसे कितनी मात्रा में लेना चाहिए। लेकिन कुछ एक्सपर्ट की मानें तो केवल एक से दो ग्राम दालचीनी का सेवन एक दिन में पर्याप्त होता है। इसे 2-3 हिस्सों में बांटकर खाने से 15 मिनट पहले इसका सेवन किया जाना चाहिए।
बाजारों में अब दालचीनी के कैप्सूल भी आने लगे हैं। लेकिन जो लोग दालचीनी का सेवन करना चाहते हैं, वो घर पर भी इसे पीसकर उपयोग कर सकते हैं या बाजार से दालचीनी पाउडर भी ले सकते हैं।
ऐसे करें दालचीनी का सेवन
एक गिलास पानी को उबालने रख दें और इसमें 2 से 3 चुटकी दालचीनी पाउडर मिलाए। इसे 2 से 3 मिनट तक उबालें और जब पानी का रंग बदलने लगे तो स्टोव को बंद कर दे। इसे थोड़ा ठंडा होने दें और फिर इसका सेवन करें। सुबह खाली पेट इस पानी को पीने से अधिक फायदे होते हैं, इसलिए एक्सपर्ट इसे नाश्ते से पहले लेने की सलाह देते हैं। अगर आप डायबिटीज की दवा लेते हैं तो उसे भी जारी रखें।