आजकल डायबिटीज की बीमारी आम हो गई है। अमूमन हर उम्र के लोग इस बीमारी की चपेट में हैं। डायबिटीज शरीर में अन्य बीमारियों को भी जन्म देता है, इसलिये इसका कंट्रोल रहना बेहद जरूरी है। क्या आप जानते हैं कि शुगर का लेवल दिन के समय में अलग होता है और रात के समय अलग? वहीं, सुबह के समय शुगर लेवल बढ़ा होता है। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि सुबह के समय शुगर लेवल बढ़ जाता है। यह सिर्फ डायबिटीज मरीजों में नहीं, बल्कि एक स्वस्थ व्यक्ति में भी देखने को मिलता है।

डॉक्टर कहते हैं कि रात में सोने के समय व्यक्ति के शरीर में होर्मोन्स को कंट्रोल करने के लिए अधिक मात्रा में इन्सुलिन बनने लगती है और इस वजह से सुबह के समय शुगर लेवल बढ़ जाता है। कुछ शोधकर्ताओं के अनुसार रात में सोने के बाद व्यक्ति के शरीर में ग्लूकागन, कॉर्टिसोल व एपिनेफ्रिन नामक होर्मोन्स भी बनते हैं, जिससे शुगर लेवल बढ़ जाता है।

सुबह शुगर क्यों बढ़ा होता है? विशेषज्ञों की मानें तो अगर रात के समय आपके शरीर को पर्याप्त मात्रा में इन्सुलिन नहीं मिल पाई है या दवाई को लेकर कोई लापरवाही बरती है, जैसे- जरूरत से ज्यादा या कम दवाई ली है तो सुबह शुगर का स्तर बढ़ा मिलेगा। रात में सोने से पहले किस प्रकार का आहार लिया गया है, यह काफी हद तक प्रभाव डालता है।

शुगर कंट्रोल के लिए क्या करें? बढ़ते शुगर लेवल पर कंट्रोल जरूरी है। शुगर के चलते और भी परेशानियां हो सकती हैं जैसे हाथ-पैरों में सूजन या फिर चोट/ घाव को ठीक होने में अधिक समय लगना आदि। शुगर को नियंत्रित करने के लिए इन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

  1. रात का भोजन समय पर करें ज्यादा लेट खाना खाने से बचें।
  2. रात्रि में भोजन के बाद कुछ समय के लिए टहलें इससे खाना पचने में भी मदद मिलेगी।
  3. हेल्दी नाश्ता करें, अधिक तली-भुनी चीजें खाने से भी बचें।
  4. समय-समय पर अपना हेल्थ चेकअप कराते रहें।
  5. सुबह एक्सरसाइज जरूर करें।

ब्लड शुगर लेवल चार्ट (Blood Sugar Chart): अगर आप शुगर के मरीज हैं तो नियमित मॉनीटरिंग बहुत जरूरी है। उम्र अनुसार शुगर के चार्ट पर निगाह रखें। आइये इस चार्ट से समझें कि आपका शुगर लेवल किसी खतरे का संकेत तो नहीं। इस चार्ट को 3 श्रेणियों में बांटा गया है, जिसमें फास्टिंग, खाने के कुछ घंटो बाद व HBA1 C को रखा गया है।

फास्टिंग
नार्मल व्यक्ति : 70 -99
डायबिटिक व्यक्ति :80 -130

खाने के कुछ घंटों बाद
नार्मल व्यक्ति:140 से कम
डायबिटिक व्यक्ति:180 से कम

HBA1C
नार्मल व्यक्ति: 5.7 प्रतिशत से कम
डायबिटिक व्यक्ति:7.0 प्रतिशत से कम