वर्तमान समय में डायबिटीज बीमारी बेहद आम हो चुकी है लेकिन फिर भी इसे बेहद खतरनाक रोग माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसके लक्षण जल्दी सामने नहीं आते हैं। लेकिन खानपान और जीवनशैली सुधार कर इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों को सुबह के नाश्ते में अंकुरित अनाज और फैट फ्री दूध लेना चाहिए। इसके अलावा, 1-2 कटोरी दलिया और ब्राउन ब्रेड भी अच्छा ऑप्शन हो सकता है। आइए जानते हैं कि डायबिटीज के मरीजों को किन चीजों से परहेज करना चाहिए-

इन चीजों से करें परहेज: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों को चीनी, मिठाई, शर्बत,आम, अंगूर, बेदाना,आलू, चावल से परहेज करना चाहिए। सेव और नारंगी ले सकते हैं। चावल कम मात्रा में कभी कभार लिया जा सकता है। लेकिन नियमित रूप से इसका सेवन घातक हो सकता है।

उम्र के हिसाब से शुगर: आपकी उम्र अगर 40-50 साल है तो फास्टिंग ब्लड शुगर लेवल 90 से 130 mg/dL हो सकता है। लंच के बाद रा लेवल 140 mg/dl से कम होना चाहिए। वहीं डिनर के बाद 150 mg/dl का ब्लड शुगर लेवल सामान्य श्रेणी में आता है। इसी तरह 50-60 साल की उम्र वालों के लिए फास्टिंग शुगर लेवल 90 से 130 mg/dL होना चाहिए।

अरहर की दाल से बनाएं दूरी: डायबिटीज के मरीजों को अरहर दाल के सेवन से परहेज करना चाहिए। इसके अलावा आप चना दाल, राजमा, हरी वाली मूंग दाल, चना या छोले का भी सेवन कर सकते हैं। ये सारी चीजें भी ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करती हैं।

पानी पीने में न करें कंजूसी: ब्लड शुगर लेवल के स्तर को कम करने का सबसे आसान तरीका है पानी। डायबिटीज में यदि आप पानी पीते हैं तो यह आपकेब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। आपको बता दें कि पानी के जरिए किडनी टॉक्सिन्स और इंसुलिन को शरीर से बाहर निकालने का काम करता है।

डायबिटीज में प्याज का सेवन: बढ़ता हुआ वजन भी मधुमेह का कारण है। इसलिए वजन कम करने और शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने के लिए हमेशा कार्बोहाइड्रेट के संतुलित मात्रा में सेवन करने की सलाह दी जाती है। प्याज में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है, जो शरीर में शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।