किडनी हमारी बॉडी का अहम अंग है जो हमारी बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालती है। किडनी बीन के आकार के 2 अंग होते हैं। किडनी पोषक तत्वों के लिए रक्त को शुद्ध करती है और यूरीन को बाहर निकालने में मदद करती है। जब किडनी के सेल्स असामान्य रूप से अनुपात से ज्यादा बढ़ने लगते हैं तो ये ट्यूमर का रूप ले लेते हैं जिसे किडनी कैंसर के रूप में जाना जाता है। ये कैंसर किडनी को सामान्य रूप से काम करने से रोक सकता है।
किडनी का कैंसर शरीर के अन्य भागों में फैल सकता है जिसे मेटास्टेसिस कहा जाता है। किडनी का कैंसर महिलाओं की तुलना में पुरुषों और अश्वेत लोगों को ज्यादा होता है। इस बीमारी का खतरा उम्र बढ़ने के साथ ही बढ़ता जाता है। medtalks के मुताबिक इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए जरूरी है कि समय पर इस बीमारी के लक्षणों की पहचान कर ली जाए और उसका समय पर ही उपचार भी किया जाए। आइए जानते हैं कि किडनी का कैंसर होने पर बॉडी में उसके कौन-कौन से लक्षण दिखते हैं और उनकी पहचान कैसे करें।
किडनी का कैंसर होने पर बॉडी में दिखने वाले लक्षण:
- किडनी का कैंसर होने पर युरिन में खून आना।
- बाजू या पेट में एक गांठ हो जाना
- भूख कम लगना और दर्द का लगातार बना रहना।
- वजन कम होना।
- बुखार होना जो हफ्तों तक रहता है
- सर्दी होना और जरूरत से ज्यादा थकान होना।
- एनेमिया
- पैरों में सूजन होना ।
- अगर किडनी का कैंसर बॉडी के दूसरे हिस्सों में फैल जाएं तो सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
- खांसी में खून आना
- हड्डी में दर्द होना
किडनी कैंसर के जोखिम कारक:
किडनी का कैंसर होने के लिए कई जोखिम कारक जिम्मेदार हैं जैसे ध्रूमपान करना, मोटापा,हाई ब्लड प्रेशर,फैमिली हिस्ट्री, महिलाओं की तुलना में पुरुषों में इस बीमारी का जोखिम अधिक होना,कुछ दवाओं का सेवन करना, ऐडवांस किडनी की बीमारी,आनुवंशिक और वंशानुगत जोखिम कारक, लिंफोमा के कारण किडनी का कैंसर हो सकता है। कई बार इन जोखिम कारकों के बिना भी किडनी का कैंसर हो सकता है।
किडनी कैंसर का उपचार कैसे करें:
- किडनी कैंसर का उपचार सर्जरी से करके किया जाता है।
- किडनी फंक्शन के नुकसान को रोकने के लिए पर्सियल नेफरेक्टोमी की जा सकती है।
- रेडिएशन थेरपी से कैंसर का इलाज किया जा सकता है। कैंसर कोशिकाओं को मारने या उन्हें बढ़ने से रोकने के लिए दूसरी तरह के रेडिएशन का उपयोग करता है।
- कीमोथेरपी से कैंसर का असानी से इलाज किया जा सकता है।
- इम्यूनोथेरेपी से इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाया जाता है।
- कैंसर के उपचार को बायोथेरेपी या बायोलॉजिक थेरेपी भी कहा जाता है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।