आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में खानपान से लेकर लाइफस्टाइल पूरी तरह प्रभावित हो चुका है, जिसके चलते तनाव, नींद की कमी और कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो रही हैं। माइग्रेन भी एक ऐसी ही समस्या है, जो तेजी से लोगों को प्रभावित कर रही है। माइग्रेन का सबसे मुख्य कारण भी अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खराब खानपान है। सिर के एक ओर तेज और धड़कन जैसी पीड़ा, चक्कर, उल्टी या रोशनी से संवेदनशीलता जैसी समस्याएं माइग्रेन के लक्षण हो सकते हैं। आमतौर पर लोग दर्द को या तो नजरअंदाज कर देते हैं या फिर दर्द से राहत पाने के लिए दवाओं का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन कुछ आसान और घरेलू उपाय से माइग्रेन की समस्या से राहत मिल सकती है।

दरअसल, योग न सिर्फ दिमाग के लिए फायदेमंद हो सकती है, बल्कि सेहत के लिए भी बहुत लाभकारी होती है। योग की मदद से दिमाग तक आसानी से ब्लड पहुंच जाता है और माइग्रेन की समस्या से राहत पाने में राहत मिल सकती है। योग प्रशिक्षक अरविंद कुमार ने माइग्रेन के दर्द से राहत पाने के लिए कुछ योगासन के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

अरविंद कुमार के मुताबिक, नियमित योगाभ्यास से माइग्रेन के दर्द को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो सिर्फ 10 मिनट रोजाना कुछ योगासनों का अभ्यास करने से न सिर्फ माइग्रेन से राहत मिलती है, बल्कि मानसिक तनाव और अन्य शारीरिक परेशानियां भी दूर हो सकती हैं। योग प्रशिक्षक अरविंद कुमार ने माइग्रेन के दर्द से राहत पाने के लिए कुछ योगासन के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

शवासन

शवासन, जिसे शव मुद्रा भी कहा जाता है, माइग्रेन के दर्द से राहत पाने के लिए एक प्रभावी योग आसन है। यह आसन शरीर को पूरी तरह से आराम देने और गहरी सांस लेने पर केंद्रित होता है, जिससे तनाव और चिंता कम होती है। इस आसन को करने के लिए जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं। हाथ-पैर थोड़े फैलाकर बिल्कुल ढीले छोड़ें। आंखें बंद कर लें और गहरी सांस लें। इसके बाद पूरे शरीर को शांति की स्थिति में 5 मिनट तक रखें।

इस आसन को करने से माइंड और बॉडी को डीप रिलैक्स मिलता है। इससे माइग्रेन के कारण होने वाले तनाव और बेचैनी को कम हो सकती है। इसके अलावा ये मानसिक थकान दूर करता है और नींद में सुधार करता है।

अर्ध उत्तानासन

अर्ध उत्तानासन माइग्रेन के लिए फायदेमंद हो सकता है। इस आसन को हाफ फॉरवर्ड बेंड भी कहा जाता है। यह दिमाग में ब्लड फ्लो को बेहतर बनाने और तनाव को कम करने में मदद करता है, जो माइग्रेन के लक्षणों को कम करने में सहायक हो सकता है। इसे करने के लिए सीधे खड़े हो जाएं और सांस लेते हुए दोनों हाथ सिर की ओर उठाएं। फिर सांस छोड़ते हुए कमर से झुकें और हाथों को घुटनों या पिंडलियों तक लाएं। पीठ सीधी रखें और गहरी सांस लें। इसे 1-2 मिनट करें।

इस आसन को करने के लिए सिर और मस्तिष्क में ब्लड फ्लो को बढ़ाता है, जिससे माइग्रेन का दर्द कम होता है। इससे रीढ़ की हड्डी और मांसपेशियों को आराम मिलता है। इसके साथ ही थकान और स्ट्रेस से राहत मिलती है।

बालासन

बालासन को चाइल्ड पोज भी कहा जाता है। ये माइग्रेन के दर्द से राहत पाने के लिए एक प्रभावी योगासन है। यह आसन शरीर को आराम पहुंचाता है और तनाव कम करता है। इससे दिमाग में ब्लड फ्लो बेहतर होता है। इसे करने के लिए वज्रासन में बैठें और आगे झुकते हुए माथा जमीन से छूने दें। दोनों हाथ आगे की ओर फैलाएं या शरीर के पास रखें। इस मुद्रा में 2-3 मिनट रहें और धीरे-धीरे सांस लें।

बालासन को नियमित रूप से करने पर माइग्रेन और सिरदर्द से राहत मिल सकती है। ये मस्तिष्क को ठंडक और आराम देता है। इससे रीढ़ की हड्डी, कंधे और गर्दन की जकड़न भी दूर हो सकती है।

वहीं, योग गुरु बाबा रामदेव ने पेट में गैस और कब्ज से राहत पाने के लिए 3 ऐसे कारगर योगासन बताए हैं, जिन्हें नियमित रूप से करने पर न सिर्फ पेट में गैस और कब्ज से राहत मिलेगी, बल्कि कई बीमारियों से भी बचाव होगा।