कुछ लोगों का पाचन बहुत सेंसिटीव होता है। वो कुछ भी खाते हैं तो बार-बार असहज और अस्वस्थ महसूस करते हैं, जिन लोगों को इस तरह की परेशानी होती है उनका पाचन संवेदनशील होता है। हालांकि पाचन से जुड़ी कुछ ना कुछ परेशानी हर किसी को कभी न कभी होती ही रहती है। जिन लोगों का पेट संवेदनशील होता है उन्हें सादा भोजन भी बेहद भारी महसूस होता है। कम मसालों की दाल-सब्जी,चावल रोटी पचाना भी ऐसे लोगों के लिए भारी पड़ता है। संवेदनशील पेट के लोगों को कुछ भी खाने के बाद सूजन ,पेट दर्द या दस्त जैसी परेशानियां हो सकती हैं। संवेदनशील पेट के कारण इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) भी हो सकता है।

क्रॉनिक पेट की बीमारी से पीड़ित कुछ लोग अगर डेयरी,मसालेदार भोजन,शराब,तले हुए खाद्य पदार्थ,अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ या मसालेदार भोजन का सेवन करें तो परेशानी बढ़ जाती है, जो स्वभाविक है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो बेहद सादा खाना खाते हैं फिर भी उन्हें खाने के बाद गैस,खट्टी डकारें और पेट फूलने की परेशानी होती है।

आयुर्वेदिक और युनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी के मुताबिक पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड के ज्यादा बनने से पेट में गैस,एसिडिटी और पेट फूलने की शिकायत होती है। पाचन से जुड़ी इस परेशानी को दूर करने के लिए हम डायजीन जैसी दवाओं का सेवन करते हैं जो पेट का पर्मानेंट इलाज नहीं है।

एक्सपर्ट के मुताबिक अगर आप लाइफस्टाइल में बदलाव कर लें और कुछ होम रेमेडीज का सेवन करें तो आसानी से पाचन को दुरुस्त किया जा सकता है। एक्सपर्ट के मुताबिक किचन में मौजूद दो मसाले अजवाइन और काला नमक का सेवन करें। ये दोनों मसाले पेट से जुड़ी परेशानी का बेहतरीन इलाज करते हैं।

अजवाइन और काला नमक का करें सेवन

गैस,एसिडिटी और पेट फूलने की समस्या से परेशान हैं तो अजवाइन और काला नमक का करें सेवन। पेट की गैस और अफ्फारा को दूर करने के लिए आप एक चम्मच अजवाइन लें और उसे तवे पर डालकर भून लें। अजवाइन को भूनने के बाद इसमें एक चुटकी काला नमक मिलाएं और दोनों को अच्छे से मिक्स करें और उसे मुंह में रख लें और ऊपर से पानी पी लें।

अगर पेट को लम्बे समय तक दुरुस्त रखना चाहते हैं और अपच जैसी परेशानियों को दूर करना चाहते हैं तो आप इस मसाले का सेवन खाना खाने के बाद करें। इस मसाले का इस्तेमाल आप किसी भी मौसम में कर सकते हैं।