जैसे-जैसे सर्दी बढ़ती जाती है वैसे वैसे क्रॉनिक दर्द भी लोगों को परेशान करने लगता है। सर्द मौसम में ठंडी हवाएं हड्डियों का दर्द और स्टिफनेस बढ़ा देती हैं। क्रॉनिक पेन से जूझ रहे लोगों को ये मौसम बेहद परेशान करता है। ठंडा मौसम,सूरज की कम रोशनी और वायुमंडलीय दबाव में बदलाव से दर्द का स्तर बढ़ने लगता है। इस दर्द की वजह से लोगों को रोजाना का काम करने में भी दिक्कत होती है। क्रोनिक दर्द वह दर्द है जो कम से कम 12 सप्ताह तक रहता है। क्रोनिक पेन बॉडी के किसी भी हिस्से में हो सकता है जो कभी हल्का तो कभी तेज हो सकता है।

ये दर्द चोट, सर्जरी, सूजन या फिर किसी दुर्घटना के कारण हो सकता है। कुछ लोग कमर दर्द से परेशान रहते हैं तो कुछ पैर दर्द से परेशान रहते हैं और लम्बे समय तक उसे नजरअंदाज करते रहते हैं। ये दर्द क्रोनिक बन जाता है और लोगों को बेहद परेशान करता है। सर्दी में खासकर ये दर्द जीना दूभर कर देता है।

एचसीजी कैंसर अस्पताल, बैंगलोर के मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. श्रीनिवास बी.जे ने बताया कि सर्दियों में बैरोमीटर के दबाव में बदलाव के कारण क्रोनिक दर्द अक्सर बढ़ जाता है, जो जोड़ों को प्रभावित कर सकता है और सूजन को बढ़ा सकता है। गठिया के मरीजों को इस दर्द से सबसे ज्यादा परेशानी होती है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि इस क्रोनिक पेन के लिए कौन-कौन से कारण जिम्मेदार हैं और इसका घर में कैसे उपचार किया जाए।

सर्दी में क्रोनिक पेन का कारण

सर्दी में क्रोनिक पेन बढ़ने का सबसे बड़ा कारण बॉडी एक्टिविटी में कमी होना है। शारीरिक गतिविधि में कमी होने से जोड़ों में अकड़न पैदा हो जाती है। ठंड के मौसम में पहले से ही फाइब्रोमाल्जिया जैसी स्थितियों से जूझ रहे लोगों में संवेदनशीलता और असुविधा बढ़ जाती है।

तापमान में गिरावट से मांसपेशियां, जोड़ और घाव वाले ऊतक सिकुड़ने लगते हैं जिससे उनमें स्टिफनेस बढ़ जाती है और अंगों में दर्द भी बढ़ जाता है। सर्दियों में ठंडा तापमान और छोटे दिन होने की वजह से बॉडी की एक्टिविटी कम होती है और आराम ज्यादा करते हैं। ऐसे मौसम में अगर बॉडी को एक्टिव नहीं रखा जाए और एक्सरसाइज नहीं की जाए तो मांसपेशियों में दर्द और परेशानी बढ़ने लगती है।

सर्दी में क्रोनिक दर्द को दूर करने के लिए इन उपायों को अपनाएं।

  • सर्दी में क्रोनिक पेन से परेशान हैं तो आप सबसे पहले बॉडी को गर्म कपड़ों से कवर करें। लेयर में गर्म कपड़े पहनें। बॉडी को हवा से बचाएं। कंबल से बॉडी को कवर करें ताकि बॉडी में गर्मी बनी रहे।
  • जोड़ों के दर्द और स्टिफनेस को दूर करने के लिए आप बॉडी को एक्टिव रखें। एक्सरसाइज करें। हल्का व्यायाम भी आपको जोड़ों के दर्द से छुटकारा दिलाएगा।
  • सर्दी में पानी का अधिक सेवन करना भी जरूरी है। आप पानी का सेवन गर्म करके कर सकते हैं।
  • गर्म पानी से बॉडी की सिकाई करें। सिकाई करने के लिए आप हीटिंग पेड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • डॉ. श्रीनिवास ने बताया कि आप सर्दी में दर्द और सूजन को दूर करने के लिए कुछ पेन किलर का भी सेवन कर सकते हैं।
  • मांसपेशियों को आराम देने के लिए हीटिंग पेड लगाना या फिर गर्म पानी से नहाना बेहद उपयोगी है।
  • हड्डियों और मांसपेशियों का लचीलपन बनाए रखने के लिए हल्की स्ट्रेचिंग या योग का अभ्यास करना भी जरूरी है।
  • सर्दी के दिनों में क्रोनिक दर्द को दूर करने के लिए पर्याप्त आराम करें। सर्दी से बॉडी का बचाव करें।
  • दर्द को दूर करने के लिए कुछ घरेलू नुस्खों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • लहसुन और अजवाइन को सरसों तेल में पकाकर उसे ठंडा करके लगाएं। ये तेल दर्द को दूर करेगा।