अनहेल्दी फूड्स, खानपान और खराब लाइफस्टाइल के चलते मोटापा बढ़ना बहुत आम हो गया है। मोटापा बढ़ने के चलते स्वास्थ्य संबंधी समस्या भी बढ़ने लगती हैं। मोटापा केवल शरीर पर जमी चर्बी नहीं हैं, बल्कि इसका असर पूरे शरीर यानी हार्मोन्स का असंतुलन, लिवर, हार्ट और फेफड़ों पर दबाव का बढ़ना आदि। मोटापे के कारण सबसे पहले शरीर में शुगर और बीपी की समस्या होती है और फिर धीरे-धीरे कई गंभीर बीमारियां शरीर को अपना शिकार बना लेती हैं। ऐसे में शरीर की एक्स्ट्रा चर्बी को कम करने के लिए लोगों बहुत पापड़ भी बेलने पड़ते हैं। अगर, आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं, तो सिर्फ एक्सरसाइज करना काफी नहीं है। सही डाइट और फैट बर्निंग फूड्स को शामिल करने से मेटाबॉलिज्म तेज होता है और फैट तेजी से बर्न होता है। आयुर्वेद और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स के अनुसार, दालचीनी, हल्दी, टमाटर, केल और कद्दू जैसे फूड्स वजन घटाने में मददगार होते हैं।
छत्रपति शिवाजी सुभारती हॉस्पिटल, मेरठ के सीनियर जनरल फिजिशियन डॉ. सुमित कांत झा के मुताबिक, शरीर की एक्स्ट्रा चर्बी यानी फैट को कम करने के लिए खानपान में फैट बर्निंग फूड्स का शामिल करना बहुत ही फायदेमंद होगा। इनमें प्रोटीन, फाइबर और विटामिन्स जैसे पोषक तत्व होते हैं जो आपके शरीर से फैट कम करने में मदद करते हैं।
दालचीनी
शरीर से फैट कम करने के लिए दालचीनी का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है। ये मेटाबॉलिज्म बूस्टर और फैट बर्नर का काम करता है। दालचीनी ब्लड शुगर कंट्रोल करती है, जिससे फैट स्टोरेज कम होता है। ये मेटाबॉलिज्म को तेज करके तेजी से कैलोरी बर्न करने में मदद करती है। दालचीनी में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पेट की सूजन कम करते हैं।
हल्दी
हल्दी का सेवन न सिर्फ सेहत के लिए फायदेमंद होती है, बल्कि वजन कम करने के लिए भी बहुत असरदार होती है। हल्दी फैट बर्न और डिटॉक्सिफिकेशन के लिए सुपरफूड है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन फैट बर्न करने में मदद करता है। ये लिवर को डिटॉक्स करके मेटाबॉलिज्म तेज करता है। इसके साथ ही जल्दी पेट की सूजन को कम करके बेली फैट कम करने में मदद करती है।
टमाटर
टमाटर में अमीनो एसिड और फाइबर पाया जाता है, जो फैट को बर्न करने में मदद करता है। टमाटर में कम कैलोरी होती है, जिससे पेट लंबे समय तक भरा रहता है। इसमें मौजूद लाइकोपीन फैट बर्न करने में मदद करता है। इसके साथ ही टमाटर के सेवन से ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल लेवल भी कंट्रोल रहता है।
केल
केल में बहुत कम कैलोरी और हाई फाइबर होता है, जो पेट को लंबे समय तक भरा रखने में असरदार होता है। इसमें मौजूद क्लोरोफिल और एंटीऑक्सीडेंट्स फैट बर्न करने में मदद करते हैं। केल मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने करने का काम करता है और शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालने में मदद करता है।
कद्दू
चर्बी कम करने के लिए कद्दू बहुत ही असरदार होता है। कद्दू में लो कैलोरी और हाई फाइबर होता है, जिससे पाचन बेहतर होता है और पेट लंबे समय तक भरा रहता है। ये फैट बर्निंग प्रक्रिया को बढ़ाता है, जिससे एक्स्ट्रा चर्बी तेजी से कम होती है। इसमें मौजूद पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स वॉटर रिटेंशन कम करते हैं और बॉडी को डिटॉक्स करते हैं।
वहीं, कब्ज की समस्या से परेशान लोगों के लिए भी कई उपाय हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, किशमिश वाला दूध सेहत के लिए फायदेमंद होता है। यह एक प्राकृतिक टॉनिक की तरह काम करता है, जो पाचन को सुधारता है और शरीर को एनर्जी देता है, क्योंकि शमिश में एंटीऑक्सीडेंट अच्छी मात्रा में होते हैं, जो कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से बचाते हैं।