माइग्रेन का दर्द बेहद दर्दनाक और परेशान करने वाला होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization)के अनुसार दुनिया में हर 7 में से कम से कम 1 युवा इस बीमारी से पीड़ित है। माइग्रेन की परेशानी पुरुषों की तुलना में महिलाओं में 3 गुना अधिक है। अक्सर लोग माइग्रेन के दर्द से निजात पाने के लिए पेन किलर का सहारा लेते हैं जिसका सेहत पर कई बार साइड इफेक्ट तक देखने को मिलता है।
आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. दीक्षा भावसार सांवलिया ने माइग्रेन के लक्षणों से राहत पाने के लिए नैचुरल तरीके अपनाने की सलाह दी है। एक्सपर्ट ने किचन में मौजूद कुछ मसालों के बारे में बताया है जिनका सेवन करने से माइग्रेन के दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है। एक्सपर्ट ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में बताया है कि माइग्रेन के दर्द से निजात पाने के लिए आयुर्वेदिक नुस्खें बेहद असरदार साबित होते हैं आप उन्हें अपनाकर दर्द से जल्द ही राहत पा सकते हैं।
भीगी हुई किशमिश खाएं: (Soaked raisins)
एक्सपर्ट ने बताया कि दिन की शुरूआत हर्बल चाय से करें। हर्बल टी पीने के बाद आप भिगी हुई किशमिश का सेवन करें। सुबह के समय 10-15 रात भर भिगी हुई किशमिश का सेवन करें। सुबह के समय किशमिश का सेवन माइग्रेन के दर्द से राहत दिलाने में असरदार साबित होता है। एक्सपर्ट के मुताबिक लगातार 12 हफ्तों तक किशमिश का सेवन किया जाए तो बढ़े हुए वात के साथ-साथ शरीर में अतिरिक्त पित्त को भी कम किया जा सकता है। इसका सेवन माइग्रेन से जुड़े सभी लक्षणों जैसे एसिडिटी, मतली, जलन, एक तरफ सिरदर्द को दूर करता है।
जीरा-इलायची की चाय पीएं: (Cumin-cardamom tea)
माइग्रेन के लक्षण महसूस होने पर आप जीरा-इलायची की चाय का सेवन कर सकते हैं। यह चाय मतली और तनाव से राहत दिलाती है। इस चाय को बनाने के लिए आधा गिलास पानी लीजिए, उसमें 1 छोटी चम्मच जीरा और 1 इलायची डालिये। इसे तीन मिनट तक उबाले और फिर इस चाय का सेवन करें आपको माइग्रेन के दर्द से राहत मिलेगी। अर्बन प्लैटर की पोषण विशेषज्ञ रीमा किंजलकर ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया है कि जीरा और इलायची की चाय (cumin and cardamom tea) माइग्रेन के दर्द (migraine pain)को दूर करने में मदद करती है।
गाय के घी का सेवन करें: (Cow Ghee)
डॉ दीक्सा ने बताया है कि शरीर और दिमाग में अतिरिक्त पित्त को संतुलित करने में गाय के घी (cow ghee)से बेहतर कुछ भी नहीं है। जिन लोगों को माइग्रेन का दर्द परेशान करता है वो गाय के घी का सेवन करें। घी का सेवन करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप उसका सेवन खाने में चावल पर या रोटी में कर सकते हैं। आप रात में दूध के साथ मिलाकर भी कर सकते हैं। दवाओं के साथ भी आप घी का सेवन कर सकते हैं। माइग्रेन के दर्द से निजात पाने के लिए आप ब्राह्मी (brahmi), शंखपुष्पी (shankhpushpi), यष्टिमधु (yastimadhu) जड़ी-बूटियों का सेवन घी के साथ कर सकते हैं।