आर्थराइटिस के एक प्रमुख प्रकार को रूमेटाइड आर्थराइटिस (Rheumatoid Arthritis)कहा जाता है। अर्थराइटिस जिसे गठिया रोग भी कहते हैं ये जोड़ों के लिए बेहद खतरनाक अवस्था है। गाठिया का दर्द एक ऐसी परेशानी है जिसे बुजुर्गों की बीमारी समझा जाता था, लेकिन आजकल ये कम उम्र में भी लोगों को परेशान कर रही है।

कोविड-19 से रिकवर हुए युवाओं में भी अब ये बीमारी देखने को मिल रही है। डॉ विश्वजीत चव्हाण, हड्डी रोग सर्जन, अपोलो स्पेक्ट्रा अस्पताल, पुणे ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया है कि 15-20 प्रतिशत अर्थराइटिस के रोगियों में 35-40 वर्ष के युवा शामिल है जो जोड़ों के दर्द से पीड़ित हैं। आइए जानते हैं कि रूमेटाइड आर्थराइटिस क्या है? आयुर्वेद के मुताबिक इस बीमारी का उपचार कैसे करें।

रूमेटाइड आर्थराइटिस क्या है?

रूमेटाइड आर्थराइटिस एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है जो जोड़ों, त्वचा, आंखों, फेफड़े, हृदय और रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करता है। वेद क्योर के आयुर्वेद विशेषज्ञ, संस्थापक और निदेशक विकास चावला ने बताया है कि यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें खुद की इम्युनिटी शरीर के ऊतकों पर हमला करना शुरू कर देती है।

रूमेटाइड आर्थराइटिस के लक्षण कौन-कौन से हैं?

गर्म, सूजे हुए जोड़, थकान, कभी-कभी बुखार, बॉडी में एनर्जी की कमी, जोड़ों की सूजन जो अक्सर कलाई और उंगलियों के जोड़ों पर दिखती है। जोड़ों की सूजन कभी-कभी गर्दन, कंधों, कोहनी, कूल्हों, घुटनों, टखनों और पैरों के जोड़ों को भी प्रभावित करती है। इस बीमारी से पीड़ित लोगों को चाहिए कि वो डाइट में नट्स,बीजों और मछली का सेवन करें। विटामिन डी लें। आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ मिहिर खत्री ने कुछ प्राकृतिक उपचार साझा किए हैं उन्हें अपनाकर आप इस दर्द से राहत पा सकते हैं।

मेथी दाना का सेवन करें:

खाने के बाद पानी के साथ एक चम्मच मेथी दाना पाउडर लें आपको दर्द से राहत मिलेगी। आप रात भर एक कप पानी में एक चम्मच मेथी को भिगो दें।सुबह उठकर खाली पेट इस पानी का सेवन करें। बेहतर असर के लिए भीगे हुए मेथी के दानों को खाएं।

अदरक की चाय पिएं:

दो कप पानी में करीब 2.5 ग्राम सोंठ का पाउडर मिलाएं। मिश्रण को तब तक उबालें जब तक वह एक कप न हो जाए। इस पानी को छान लें और उसमें एक चम्मच अरंडी का तेल डालें और इसे पी लें। डॉ खत्री के अनुसार अदरक की चाय सूजन के साथ दर्द से राहत दिलाने में भी असरदार है। ये चाय आंत से टॉक्सिन को निकालती है। अदरक दर्द और सूजन को कम करता है। अरंडी का तेल सूजन को दूर करने में असरदार है।

सहजन के सूप का सेवन करें:

डॉ खत्री ने बताया कि सहजन का सेवन करने से सूजन और दर्द को दूर करने में मदद मिलती है। यह शरीर से सूजन को कम करते है, और किडनी के कार्यों में सुधार करते हैं। सहजन का सूप बनाने के लिए उसको टुकड़ों में काटकर पानी में उबालें। पानी में सेंधा नमक और काली मिर्च डालें और कुछ देर पकाएं और उसका सेवन करें।