कामकाज की व्यस्तता और अनहेल्दी लाइफस्टाइल का सेहत पर बहुत असर पड़ता है, जिसके चलते कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं तेजी बढ़ने लगती हैं। हेल्दी और फिट शरीर के लिए विटामिन्स और मिनरल बहुत ही लाभकारी होता है। ऐसे में अगर शरीर में विटामिन बी 12 की कमी हो जाए तो धीरे-धीरे बॉडी खोखली होने लगती है। इसके साथ ही कई बीमारियों का खतरा भी तेजी से बढ़ने लगता है। दरअसल, विटामिन B12 शरीर की तंत्रिका तंत्र को मजबूत करने और डीएनए के निर्माण में भी अहम भूमिका निभाता है। शरीर में विटामिन की कमी से सारा सिस्टम बिगड़ जाता है और कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। दिल्ली के श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट में चीफ डायटीशियन प्रिया पालीवाल ने बताया कि विटामिन बी 12 की कमी होने पर क्या लक्षण दिखाई देते हैं और इसे पूरा करने के लिए क्या उपाय करें।
डायटीशियन प्रिया पालीवाल के मुताबिक, हमारे शरीर के लिए विटामिन बी12 बहुत जरूरी होता है। विटामिन बी-12 एक ऐसा तत्व है, जो हमारी ओवरऑल हेल्थ के लिए जरूरी होता है। उन्होंने बताया कि कई बार ऐसा होता है रात को सोते समय आपका शरीर बिना किसी वजह के पसीने से भीग जाता है। पंखा चलने पर भी शरीर से पसीना निकलता है, आपके कपड़े आपकी त्वचा से चिपक जाते हैं और आपकी नींद में खलल पड़ता है। आमतौर पर इन सबको नजरअंदाज कर दिया जाता है। यह लक्षण शरीर में एक जरूरी पोषक तत्व की कमी का संकेत हो सकता है? शरीर में विटामिन बी12 की कमी के चलते रात में अचानक बहुत ज्यादा पसीना आता है। लगातार थकान, चेहरे का पीला पड़ना, चिड़चिड़ापन बढ़ना और कमजोरी ये सब एक ही वजह से हो सकते हैं।
अंडे की जर्दी
अंडे प्रोटीन और B12 का एक समृद्ध स्रोत हैं। खासकर अंडे की जर्दी, जिसमें B12 भरपूर मात्रा में होता है। दिन में 1 से 2 अंडे खाने से शरीर की B12 की जरूरत काफी हद तक पूरी हो जाती है। इससे न सिर्फ एनर्जी बढ़ती है, बल्कि दिमाग की कार्यप्रणाली भी बेहतर होती है। हालांकि, शाकाहारी लोग अंडे खाने के लिए राजी नहीं हो सकते, लेकिन जो लोग अंडे खाते हैं, उन्हें B12 के लिए चुनना चाहिए।
दूध से बने प्रोडक्ट
दूध , दही, पनीर, छाछ में प्राकृतिक रूप से विटामिन बी12 पाया जाता है। शाकाहारियों के लिए विटामिन बी12 प्राप्त करने के लिए ये फूड्स बहुत उपयोगी हैं। हर दिन एक गिलास दूध या एक कटोरी दही का सेवन करने से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है, पाचन क्रिया बेहतर होती है और त्वचा में चमक आती है। यह गर्भवती महिलाओं या बुजुर्गों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है।
फोर्टिफाइड फूड
शाकाहारियों के लिए बाजार में विटामिन बी12 से भरपूर फोर्टिफाइड फूड्स आसानी से उपलब्ध हैं। फोर्टिफाइड दूध, ब्रेड, ब्रेकफास्ट सीरियल, सोया मिल्क और नट्स आदि में विटामिन बी 12 अच्छी मात्रा में पाया जाता है। ये फूड्स खास तौर पर उन लोगों के लिए हैं, जो मांस नहीं खाते और विटामिन बी12 सप्लीमेंट नहीं लेना चाहते।
चिकन और लाल मांस
मांसाहारियों के लिए चिकन, रेड मीट और खास तौर पर लिवर विटामिन बी12 के शक्तिशाली स्रोत हैं। इनमें पाया जाने वाला प्रोटीन थकान दूर करने और नसों को ऊर्जा प्रदान करने में मदद करता है। हालांकि, मांस का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए, क्योंकि इसका अधिक सेवन कोलेस्ट्रॉल के खतरे को बढ़ा सकता है।
मछली
ट्यूना, सैल्मन और सार्डिन जैसी मछलियां न केवल विटामिन बी12 से भरपूर होती हैं, बल्कि इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड भी होता है, जो हार्ट और मस्तिष्क के लिए अच्छा होता है। सप्ताह में 2-3 बार मछली खाने से विटामिन बी12 का संतुलित सेवन बनाए रखने में मदद मिल सकती है।
इसके अलावा हड्डियों की मजबूती के लिए खीरे के बीज का सेवन भी किया जा सकता है। खीरे के बीज ऑस्टियोपोरोसिस और ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी हड्डियों की बीमारियों को रोकने के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं।
