आजकल खराब खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल की चलते कम उम्र में ही लोग कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं। आजकल कई लोग हाथ-पैरों में दर्द, जोड़ों में अकड़न या पैरों में सूजन से परेशान रहते हैं। कुछ लोग सोचते हैं कि यह सिर्फ उम्र का असर है, लेकिन असली दोष शरीर में मौजूद यूरिक एसिड का है, जो शरीर में खाने के द्वारा मिलने वाले प्यूरीन से बढ़ता है। प्यूरीन प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले रसायन हैं, जो कुछ फूड्स और पेय पदार्थों में मौजूद होते हैं और शरीर में यूरिक एसिड बनाते हैं। शरीर में यूरिक एसिड के बढ़ने से यह धीरे-धीरे जोड़ों में जमने लगता है और फिर जोड़ों में दर्द, गठिया और कई समस्याओं का कारण बनता है।

हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, खून में बढ़ने वाला यह यूरिक एसिड इतना खतरनाक हो सकता है कि अगर इसे नजरअंदाज किया जाए, तो गठिया जैसी असहनीय पीड़ादायक बीमारी का सामना करना पड़ सकता है। बदलता लाइफस्टाइल, तैलीय भोजन, ज्यादा मांसाहार, कम पानी पीना और व्यायाम की कमी, ये सब इस समस्या को और बढ़ा देते हैं। दरअसल, इस समस्या से राहत पाने के लिए कुछ सब्जियों का सेवन करना लाभकारी हो सकता है। ये सब्जियां न सिर्फ आसानी से उपलब्ध हैं, बल्कि इनके नियमित सेवन से शरीर को ताकत, ताजगी और एनर्जी मिलती है।

खीरा

गर्मियों में प्यास बुझाने वाला और सलाद में जरूर शामिल होने वाला खीरा, शरीर को अच्छी तरह साफ करता है। इसमें पानी की मात्रा ज्यादा होने के कारण, हानिकारक तत्व मूत्र के जरिए शरीर से बाहर निकल जाते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट जोड़ों की सूजन कम करने में मदद करते हैं। अगर आप यूरिक एसिड के तनाव से जूझ रहे हैं, तो खीरा खाना शुरू कर दें।

टमाटर

लाल टमाटर न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाते हैं, बल्कि उनके क्षारीय गुण शरीर को भी बहुत फायदा पहुंचाते हैं। इनमें मौजूद विटामिन सी और लाइकोपीन सूजन कम करते हैं और किडनी पर पड़ने वाले दबाव को कम करते हैं। अगर आप यूरिक एसिड के कारण होने वाले दर्द से राहत पाना चाहते हैं, तो टमाटर एक आसान और कारगर उपाय है।

शिमला मिर्च

हरे, लाल और पीले जैसे रंगों से सजी शिमला मिर्च न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी वरदान है। इसमें मौजूद विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट जोड़ों को आराम देते हैं और गठिया जैसे हमलों से बचाते हैं। सबसे खास बात यह है कि इनमें प्यूरीन की मात्रा बहुत कम होती है, जो इसे यूरिक एसिड के मरीजों के लिए एक आदर्श सब्जी बनाती है।

गाजर

गाजर में मौजूद फाइबर शरीर से हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं। साथ ही एंटीऑक्सीडेंट किडनी की कार्यक्षमता में सुधार करते हैं और रक्त को शुद्ध रखते हैं। नियमित रूप से कच्ची गाजर खाने से यूरिक एसिड की समस्या धीरे-धीरे कम हो सकती है।

करेला

करेला वास्तव में शरीर के लिए वरदान है। इसका एक गिलास जूस यूरिक एसिड की मात्रा को काफी हद तक कम करने में मदद करता है। इसके खनिज तत्व शरीर को संतुलित रखते हैं और जोड़ों के दर्द को भी कम करते हैं।

वहीं, गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ सेठी ने टॉप 10 गट-फ्रेंडली स्नैक्स शेयर किए हैं। उन्होंने बताया कि ये हेल्दी स्नैक्स पेट को हल्का रखते हैं, डाइजेशन को सपोर्ट करते हैं और एनर्जी लेवल को स्टेबल बनाए रखते हैं।