बारिश के मौसम में झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा और मध्य भारत के जंगलों में एक खास किस्म का मशरूम उगता है, जिसे रुगड़ा या पुटू के नाम से जाना जाता है। यह कैल्शियम और विटामिन B12 का एक जबरदस्त नेचुरल स्रोत है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, रुगड़ा सिर्फ स्वाद में ही बेहतरीन नहीं है, बल्कि इसकी न्यूट्रिशन वैल्यू भी किसी सुपरफूड से कम नहीं है। रुगड़ा मशरूम में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाने और थकान दूर करने और शरीर के अंग-अंग को ताकत देते हैं। इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल, दिल्ली में पोषण विशेषज्ञ नारंग ने मशरूम के फायदे बताए हैं।

पोषण विशेषज्ञ नारंग के मुताबिक, खाने में स्वादिष्ट होने के साथ-साथ ये सब्जी हेल्थ के लिए भी अच्छी है। इस सब्जी का सेवन सब्जी पकाकर, सूप, सलाद और स्नैक्स के रूप में किया जा सकता है। मशरूम में एर्गो थायीन और ग्लूटाथियोन जैसे शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन से लड़ते हैं।

रुगड़ा एक प्रकार की जड़ी-बूटी है, जिसे ‘जंगली मशरूम’ या ‘बिजली मशरूम’ भी कहा जाता है । यह सब्जी आदिवासी इलाकों के प्राकृतिक जंगलों में पाई जाती है। दिलचस्प बात यह है कि इस सब्जी के बीज जमीन में होते हैं, लेकिन इनके अंकुर बिजली गिरने, बादल फटने या भारी बारिश के बाद ही निकलते हैं। इसीलिए यह कुछ खास समय के दौरान ही उपलब्ध होती है, बाजार में यह जून-जुलाई के महीनों में ही दिखाई देती है।

रुगड़ा मशरूम के फायदे

रुगड़ा मशरूम एक पौष्टिक आहार है। इसमें प्रोटीन, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और विभिन्न सूक्ष्म पोषक तत्व होते हैं। इसके मुख्य गुण शरीर में सूजन कम करना, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना यानी इम्यूनिटी और पेट के लिए लाभकारी होना है। इसके नियमित सेवन से पाचन क्रिया बेहतर होती है और अपच, गैस जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। आदिवासी लोग इसका उपयोग औषधि के रूप में भी करते हैं।

गठिया और जोड़ों के दर्द

रुगड़ा मशरूम में प्राकृतिक रूप से सूजनरोधी गुण होते हैं। इसलिए कई पारंपरिक चिकित्सक जोड़ों के दर्द, गठिया और मांसपेशियों के दर्द के लिए इसके काढ़े या सब्जी का सेवन करने की सलाह देते हैं। ठंड के मौसम में रुगड़ा को प्राकृतिक रूप से गर्माहट देने वाली सब्जी माना जाता है।

रुगड़ा मशरूम विटामिन बी12

रुगड़ा मशरूम विटामिन बी12 का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। यह मिट्टी में मौजूद बैक्टीरिया के संपर्क में आने से विटामिन बी12 उत्पन्न करते हैं। रुगड़ा मशरूम को शाकाहारियों का मटन भी कहा जाता है।

रुगड़ा का इस्तेमाल कई बीमारियों की दवा बनाने में भी किया जाता है। इसमें कई ऐसे तत्व होते हैं जो इंसान की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। प्रोटीन से भरपूर होने के अलावा, इसमें विटामिन सी, विटामिन बी, राइबोफ्लेविन, थायमिन, विटामिन बी12 , फोलिक एसिड और जिंक, कैल्शियम, फास्फोरस, पोटेशियम, कॉपर और विटामिन डी जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं। इसके अलावा, अस्थमा, कब्ज और कई त्वचा रोगों के लिए आयुर्वेदिक औषधि के रूप में इसका इस्तेमाल किया जाता है।

वहीं, एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. बिमल झाजर ने बताया अगर आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आप एनिमल फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।