बारिश के मौसम में कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने का खतरा बहुत ही अधिक बढ़ जाता है। ऐसे में थोड़ी खानपान से लेकर लाइफस्टाइल में बदलाव पाचन से लेकर इम्यूनिटी तक को कमजोर बना सकता है। न्यूट्रीशनिस्ट शिखा द्विवेदी ने बताया कि बारिश के मौसम में कुछ प्रकार की सब्जियों का सेवन सेहत के लिए बहुत ही लाभकारी साबित हो सकता है। न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक, हरी सब्जियों में शामिल तुरई यानी तोरई एक ऐसी सब्जी है, जिसका सेवन न सिर्फ पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है, बल्कि शरीर को बीमारियों से बचाने के लिए सबसे उपयोगी इम्यूनिटी को भी बूस्ट करती है।

आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक, तोरई एक ऐसी सब्जी है, जो लगभग पूरे साल बाजारों में मिलती है और यह सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। तोरई में विटामिन सी, विटामिन ए, पोटैशियम और फोलेट सहित विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं। इसके अलावा यह कैलोरी में कम और पानी से भरपूर होती है, जिससे यह बरसात के मौसम में शरीर को हल्का और डिटॉक्स रखती है। बरसात में तुरई का सेवन न केवल पाचन को दुरुस्त रखता है, बल्कि इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ-साथ कई गंभीर समस्याओं से भी बचाव कर सकता है।  

इम्यूनिटी बूस्ट

बरसात के मौसम में इन्फेक्शन और वायरल बीमारियों का खतरा अधिक बढ़ जाता है। ऐसे में तुरई जैसी हरी सब्जी खाना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। तुरई में विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं और बैक्टीरिया-फंगस से बचाव करते हैं।

पाचन तंत्र दुरुस्त

बारिश के मौसम में पाचन तंत्र कमजोर होना आम बात है, लेकिन पाचन को मजबूत रखने के लिए तुरई का सेवन बहुत लाभकारी होता है। तुरई हल्की और सुपाच्य होती है, जो पेट पर बोझ नहीं डालती। इसमें मौजूद फाइबर कब्ज, गैस और पेट फूलने की समस्या को दूर करता है।

वजन घटाने में फायदेमंद

तोरई में कम कैलोरी और हाई फाइबर कंटेंट होता है, जिसके चलते यह वजन कम करने में बहुत फायदेमंद होती है। वजन कम करने वालों के लिए तुरई बेहतरीन डाइट है। इसे खाली पेट खाने से लंबे समय तक भूख नहीं लगती और ओवरईटिंग से बचाव होता है।

डायबिटीज कंट्रोल करने में मददगार

तुरई में लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स पाया जाता है, जिसके सेवन से शुगर लेवल कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। शुगर के मरीजों के लिए तुरई का सेवन अच्छा होता है।

लिवर डिटॉक्स

लिवर हमारे शरीर का दूसरा सबसे बड़ा अंग होता है। लिवर वजन लगभग 1.3 से 1.5 किलोग्राम होता है और यह 500 से अधिक कार्य करता है। तुरई में डिटॉक्सिफाइंग गुण होते हैं, जो लिवर को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं।

वहीं, NCBI में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, लिवर को हेल्दी रखने के लिए विटामिन ए और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा शरीर में जरूर होनी चाहिए।