सिर दर्द और माइग्रेन की समस्या आजकल बहुत आम हो गई है। लोग काम के दबाव, तनाव और खराब लाइफस्टाइल के कारण इस समस्या से जूझ रहे हैं। खराब लाइफस्टाइल और बिजी रूटीन के चलते सिर दर्द या माइग्रेन की समस्या होना आम बात है। इस भयंकर दर्द से निजात पाने के लिए आयुर्वेद में जायफल को बहुत ही लाभकारी माना गया है। जायफल में एंटी-इंफ्लेमेटरी और सेडेटिव यानी शांत करने वाले गुण होते हैं, जो सिरदर्द को कम करने और माइग्रेन से राहत दिलाने में मदद करते हैं। कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, दुनिया की आधी आबादी यानी 400 करोड़ से अधिक किसी ना वजह से किसी तरह के सिरदर्द से जूझ रहे हैं। लखनऊ के वेलनेस डाइट क्लीनिक की डायटीशियन डॉ. स्मिता सिंह ने जायफल के फायदे बताए हैं।

डॉ. स्मिता सिंह के मुताबिक,  जायफल में प्रोटीन, कॉर्ब, कैल्‍श‍ियम, आयरन, मैग्‍न‍िश‍ियम, फास्‍फोरस, सोडियम, जिंक, कॉपर, विटामिन सी,  फोलेट, विटामिन ए आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं। जायफल में दर्दन‍िवारक गुण होते हैं। डायबिटीज के मरीज भी जायफल का सेवन कर सकते हैं। ऐसे ही माइग्रेन की समस्या के लिए जायफल का सेवन फायदेमंद है। इसके सेवन से स्ट्रेस कम होता है और कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं।

जायफल के फायदे

  • सिरदर्द से राहत
  • तनाव और नींद में सुधार
  • पाचन

सिरदर्द से राहत

जायफल स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी होती है। जायफल में प्राकृतिक दर्द निवारक तत्व होते हैं, जो माइग्रेन के दर्द को कम करने में मदद करते हैं। यह नसों को शांत करता है और तनाव को कम करता है। जायफल में एंटीऑक्सीडेंट और सूजन कम करने वाले गुण होते हैं। जायफल के सेवन से सिर दर्द के अलावा शरीर के दूसरे दर्दों में भी आराम मिलता है।

तनाव और नींद में सुधार

जायफल का सेवन तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है। जायफल में मौजूद मिश्रण तनाव को कम करते हैं और मूड को बेहतर बनाते हैं। जायफल का सेवन तनाव को कम करता है और अनिद्रा की समस्या से राहत दिलाता है। माइग्रेन अक्सर नींद की कमी के कारण बढ़ता है, जायफल इसे कंट्रोल करता है।

पाचन के लिए फायदेमंद

पाचन संबंधी समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए जायफल बहुत उपयोगी है। इसकी फाइबर सामग्री सूजन, गैस और अपच से राहत दिलाती है। मस्तिष्क के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए जायफल उपयोगी है।

वहीं, उम्र के हिसाब से कोलेस्ट्रॉल का स्तर क्या होना चाहिए? क्योंकि, शरीर में जब कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाता है तो इसके कारण हार्ट से संबंधी बीमारी और हाई ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।