Shahjan benefits in hindi: छड़ी की तरह दिखने वाली यह सब्जी औषधीय गुणों से भरपूर है. कई रिसर्च में भी इसके गुणों को प्रमाणित किया गया है. सहजन को कई नामों से जाना जाता है. इसे मोरिंगा, सहजन, मुनगा, ड्रमस्टीक आदि नामों से जाना जाता है. इसकी जड़ से लेकर इसकी पत्तियों तक में औषधीय गुण भरे पड़े हैं. इससे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल सहित कई बीमारियों का इलाज किया जाता है.
दवाई के रूप में इस्तेमाल होने वाला मोरिंगा या सहजन का इस्तेमाल हजारों सालों से किया जाता है। हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक सहजन में सैकड़ों तरह के पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जो औषधि वर्धक है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और बायोएक्टिव प्लांट कंपाउड पाया जाता है।
कई साइंटिफिक रिसर्च में इसके कई गुणों के बारे में बखान किया गया है। एक कप सहजन की पत्तियों में 2 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। इसके साथ ही इसमें लगभग सभी तरह के विटामिन, आयरन, मैग्नीशियम जैसे तत्व पाए जाते हैं। सहजन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर से फ्री रेडिकल्स को बाहर निकाल फेंकता है जिसके कारण कई बीमारियों का जोखिम कम हो जाता है। फ्री रेडिकल्स के कारण ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस होता है जिसके कारण हार्ट डिजीज और टाइप 2 डायबिटीज होता है। सहजन में प्रचूर मात्रा में विटामिन सी और बीटा केरोटिन होता है जो शरीर में इम्यूनिटी को बूस्ट करता है।
ब्लड शुगर का करता है अंत
हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक सहजन ब्लड शुगर को बढ़ने नहीं देता है। पबमेड सेंट्रल जर्नल के मुताबिक एक अध्ययन में महिलाओं को कुछ दिनों तक 7 ग्राम तक सहजन की पत्तियों का पाउडर रोजाना दिया गया। इसके कुछ ही दिनों बाद इन महिलाओं में ब्लड शुगर का लेवल 13.5 प्रतिशत तक कम हो गया। इतना ही नहीं, कई और अध्ययनों में भी मोरिंगा से ब्लड शुगर के लेवल को घटते हुए देखा गया।रिसर्च के मुताबिक सहजन में आइसोथियोसाइनेट्स कंपाउड के कारण ब्लड शुगर नहीं बढ़ता है।
सहजन से इलाज
आयुर्वेद में सहजन से सौ से भी ज्यादा बीमारियों के इलाज के बारे में बताया गया है। सहजन से हेयरफॉल, कील-मुंहासे, एनीमिया, अर्थराइटिस, कफ, अस्थमा जैसी बीमारियों का इलाज किया जाता है। सहजन इम्यूनिटी बूस्ट करने के साथ-साथ क्रोनिक बीमारियों से भी दूर रखता है। इससे हाई ब्लड प्रेशर का इलाज किया जाता है। सहजन एंटीबायोटिक, एनालजेसिक, एंटीऑक्सीडेंट्, एंटी-इंफ्लामेटरी, एंटीकैंसर, एंटीडायबेटिक, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुणों से भरपूर होता है। यह शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करता है। सहजन कोलेस्ट्रॉल का भी अंत करता है। सहजन से किडनी को साफ किया जाता है। जो लोग वजन कम करना चाहते हैं उनके लिए सहजन बहुत फायदेमंद है। सहजन से मां का दूध बढ़ाया जा सकता है। सहजन के पाउडर की दवा आजकल बाजार में भी मिलने लगी है।
किसे नहीं खाना चाहिए सहजन
हालांकि सहजन की तासीर गर्म होती है, इसलिए जिन लोगों को गर्मी से संबंधित बीमारियां हैं, उन्हें सहजन का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसे लोगों को सहजन का सेवन दवाई के रूप में करने से पहले डॉक्टरों से सलाह लेनी चाहिए। जिन लोगों को पेट में बहुत गर्मी है, चेहरे पर ज्यादा कील-मुंहासे हैं, उन्हें सहजन का सेवन नहीं करना चाहिए।