महिलाओं के स्वास्थ्य की बात करें, तो कुछ समस्याएं ऐसी होती हैं जिनका सीधा संबंध शरीर के अंदर हो रहे बदलावों से होता है। शुरुआत में ये लक्षण मामूली लग सकते हैं, लेकिन समय के साथ लाइफस्टाइल पर इनका गहरा असर पड़ता है। कई महिलाओं को अनियमित मासिक धर्म, चेहरे पर अनचाहे बालों का उगना, थकान, बालों का झड़ना या वजन बढ़ना जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह सब न केवल बाहरी कारणों से होता है, बल्कि शरीर में हार्मोन्स के असंतुलन के कारण भी होता है। मेडिकल भाषा में इसे ‘पीसीओएस’ यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम कहते हैं। पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOD) एक ऐसी परेशानी है, जिसके लिए एण्ड्रोजन हार्मोन जिम्मेदार है।
हालांकि, इस समस्या का कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन सही खानपान और लाइफस्टाइल से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। खास बात यह है कि कुछ प्राकृतिक फूड्स इस स्थिति में बहुत उपयोगी होते हैं। मदरहुड हॉस्पिटल की कंसल्टेंट ऑब्सटेट्रिशियन और गायनोकोलॉजिस्ट डॉ. स्वाति गायकवाड ने PCOS में अलसी के बीज खाने के फायदे बताए हैं। अलसी में ऐसे तत्व होते हैं, जो शरीर में सूजन, हार्मोनल असंतुलन और वजन की समस्या को कम करने में मदद करते हैं।
अलसी के बीज के फायदे
अलसी न केवल पीसीओएस के लिए, बल्कि पूरी हेल्थ के लिए भी फायदेमंद है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीन, फाइबर और कई अन्य पोषक तत्व होते हैं। ये सभी तत्व महिलाओं के हार्मोनल स्वास्थ्य के साथ-साथ हार्ट, त्वचा और बालों के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद हैं।
हार्मोनल असंतुलन पर नियंत्रण
अलसी के बीज में लिग्नान नामक एक प्राकृतिक एस्ट्रोजन होता है। पीसीओएस में शरीर में पुरुष हार्मोन यानी एंड्रोजन का लेवल अधिक हो जाता है, जिससे मुंहासे, चेहरे पर बाल उगना जैसी समस्याएं होती हैं। लिग्नान इस अतिरिक्त एंड्रोजन को संतुलित करने का काम करता है। यह महिलाओं के शरीर में पुरुष और महिला हार्मोन का सही संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। हार्मोन की यह संतुलित स्थिति प्रजनन क्षमता के लिए भी फायदेमंद है।
शरीर में सूजन कम मददगार
पीसीओएस शरीर में सूजन हो सकती है। अलसी में सेकोइसोलारिसिरेसिनॉल डिग्लूकोसाइड नामक एक विशेष तत्व होता है, जिसमें शक्तिशाली सूजन-रोधी गुण होते हैं। ये गुण शरीर में सूजन को कम करने और हार्मोनल प्रणाली को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। सूजन कम होने पर अन्य लक्षण भी धीरे-धीरे कम होने लगते हैं।
वजन घटाने के लिए उपयोगी
पीसीओएस में वजन बढ़ना एक बड़ी समस्या है। हार्मोनल असंतुलन के कारण शरीर में अतिरिक्त चर्बी जमा हो जाती है। अलसी के बीज घुलनशील फाइबर से भरपूर होते हैं। ये फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा रखते हैं, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती। जिसके चलते ज्यादा खाने से बचा जा सकता है और वजन कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल
पीसीओएस से ग्रस्त कई महिलाओं को इंसुलिन प्रतिरोध का अनुभव होता है। इसका मतलब है कि शरीर इंसुलिन का उत्पादन तो करता है, लेकिन कोशिकाएं उस पर प्रतिक्रिया नहीं करतीं। इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है, जिससे शुगर का खतरा बढ़ जाता है। अलसी ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर से भरपूर होती है। ये तत्व ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने और इंसुलिन प्रतिरोध को धीरे-धीरे कम करने में मदद करते हैं।
वहीं, NCBI में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, लिवर को हेल्दी रखने के लिए विटामिन ए और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा शरीर में जरूर होनी चाहिए।