जरा सोचिए कि सुबह उठते ही एक ऐसा पानी पीने को मिल जाए, जिससे पाचन, वजन घटाने और त्वचा को चमकदार बनाने में मदद मिल सके। ये सिर्फ सुनने में ही नहीं, बल्कि सच हो सकता है। इसके लिए आपको बस सूखा आंवला और जीरा चाहिए। सूखे आंवले और जीरे का पानी शरीर के लिए जरूरी प्राकृतिक उपचार हो सकता है। यह आयुर्वेदिक मिश्रण एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर है जो स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है।

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, सूखा आंवला और जीरा दोनों ही सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं। अगर इन्हें एक साथ मिलाकर पानी में भिगोकर पिया जाए, तो यह वजन घटाने, ब्लड शुगर कंट्रोल और पाचन सुधारने में मदद कर सकता है।

पाचन के लिए लाभकारी

अगर, सुबह उठते ही पेट भारी और फूला हुआ महसूस होता है तो ऐसा पाचन क्रिया में सुस्ती के कारण होता है। जीरा एक प्राकृतिक पाचन सहायक है जो पाचन एंजाइमों के उत्पादन को उत्तेजित करता है, जबकि आंवला पेट के एसिड को कंट्रोल करने में मदद करता है। ये आंत के स्वास्थ्य में सुधार करते हैं, कब्ज को रोकते हैं और सूजन को दूर रखते हैं।

दरअसल, जीरा में थाइमोल होता है, जो पेट को अधिक गैस्ट्रिक रस बनाने का संकेत देता है और आंवला फाइबर से भरपूर होता है, जो भोजन को पाचन तंत्र से आसानी से गुजरने में मदद करता है।

वजन कम करने में असरदार

अगर आप डाइटिंग और एक्सरसाइज के बावजूद वजन कम करने में संघर्ष कर रहे हैं, तो इसका कारण आपका मेटाबॉलिज्म हो सकता है। जीरा मेटाबॉलिज्म बूस्टर है। यह शरीर को कैलोरी को तेजी से बर्न करने में मदद करता है। वहीं, आंवला में हाई फाइबर होता है तो ये पेट को लंबे समय तक भरा हुआ रहता है।

ब्लड शुगर रहेगा कंट्रोल

सूखे आंवले में मौजूद क्रोमियम इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाता है और ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। जीरा ग्लूकोज लेवल बैलेंस करता है, जिससे डायबिटीज के मरीजों को फायदा मिलता है।

त्वचा बनेगी चमकदार

आंवला विटामिन सी के सबसे समृद्ध स्रोतों में से एक है, जो कोलेजन उत्पादन को बढ़ाता है, जिससे त्वचा मजबूत और जवां बनी रहती है। दूसरी ओर  जीरा में जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो मुंहासों और सूजन से लड़ते हैं।

हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद

आंवला और जीरा दोनों ही बैड कोलेस्ट्रॉल कम करने और गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने में मदद करते हैं। यह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर दिल को हेल्दी बनाए रखता है।

वहीं, जर्नल ऑफ अफेक्टिव डिसऑर्डर्स में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, खराब लाइफस्टाइल के कारण तनाव होता है और इससे मेंटल हेल्थ पर असर पड़ता है।