दुनिया भर में सबसे ज्यादा कॉफी को पसंद किया जाता है। कॉफी में स्वाद साथ-साथ एनर्जी देने वाले गुण भी होते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, कॉफी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और कैफीन कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए लाभकारी होते हैं। खासतौर पर कॉफी को पेट की समस्याओं के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। ये पाचन तंत्र को अच्छा बनाती है और आंतों की सफाई के लिए भी असरदार होती है, लेकिन कॉफी का सेवन सही मात्रा और समय पर पीना ही फायदेमंद होता है।
दरअसल, कॉफी में कैफीन, मैग्नीशियम, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स सहित कई पोषक तत्व होते हैं, जो मानसिक सतर्कता और शरीर में एनर्जी बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा पाचन और मांसपेशियों के लिए फायदेमंद है। पोषण विशेषज्ञ और ईट क्लीन विद एशंका की संस्थापक, एशंका वाही ने कॉफी के फायदे बताए हैं। कॉफी का सेवन संतुलित मात्रा में किया जाए तो यह न केवल दिमाग, बल्कि पेट के लिए भी फायदेमंद है। कॉफी पाचन को बेहतर बनाने, कब्ज से राहत दिलाने और पेट की सूजन को कम करने में लाभकारी हो सकती है।
कॉफी पीने के फायदे
- कॉफी शरीर में मेटाबॉलिज्म को तेज करती है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है।
- कॉफी मानसिक तनाव कम करती है और मूड को अच्छा बनाती है।
- कॉफी शरीर के लिए एनर्जी बूस्टर के रूप में भी काम करती है।
आंतों की सफाई
कॉफी एक प्राकृतिक लैग्जेटिव (मल त्याग में सहायक) के रूप में काम करती है। यह आंतों की गतिशीलता को बढ़ाती है, जिससे कब्ज जैसी समस्या से राहत मिलती है। आंतों की सफाई के लिए सुबह एक कप ब्लैक कॉफी पीना बहुत फायदेमंद होता है। यह आंतों में जमे हुए टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करती है। हालांकि, लूज मोशन की समस्या के दौरान कॉफी के सेवन से बचना चाहिए।
पाचन तंत्र अच्छा होगा
कॉकी का सेवन करने से पाचन तंत्र को सक्रिय रखने मदद करती है। यह गैस्ट्रिक एसिड (पाचन रस) के उत्पादन को बढ़ाती है, जो भोजन को तोड़ने और पचाने में सहायक है। खाली पेट कॉफी पीने से पाचन तंत्र तेज हो सकता है। इसके अलावा खाने के बाद कॉफी लेने से भारीपन और अपच से राहत मिलती है। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम और मस्तिष्क के बीच का संबंध मूड और तनाव प्रतिक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कॉफी लाभकारी बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देती है, जो स्वस्थ आंत-मस्तिष्क कनेक्शन में योगदान दे सकती है।
वेट कंट्रोल
कॉफी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पेट और आंतों में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। यह पाचन तंत्र की कार्यक्षमता को बेहतर बनाती है और पेट की मांसपेशियों को आराम देती है।
वहीं, डायबिटीज के मरीजों के लिए चीनी का सेवन खतरनाक हो सकता है। अक्सर लोग कंफ्यूज रहते हैं कि मिठास के लिए सफेद शुगर, ब्राउन शुगर और शहद किसका सेवन करना चाहिए?