बढ़ता फैट मर्द और औरत सभी की सेहत को नुकसान पहुंचाता है। खराब डाइट,बिगड़ता लाइफस्टाइल और तनाव मोटापा का कारण बनता है। मोटापा का सबसे ज्यादा असर लोगों के पेट,कमर, कूल्हे और बाजुओं पर दिखता है। बढ़ता मोटापा अगर कंट्रोल नहीं किया जाए तो बॉडी बीमारियों का घर बन जाती है। बढ़ता मोटापा क्रॉनिक बीमारियों जैसे डायबिटीज, थॉयराइड और ब्लड प्रेशर का कारण बनता है। मोटापा दिल के लिए भी खतरा बनता है। बॉडी में फैट बढ़ने पर चर्बी सबसे ज्यादा पेट के पास जमा होती है। अक्सर देखा गया है कि लोगों की पूरी बॉडी पतली होती है लेकिन पेट के पास चर्बी ज्यादा होती है, जिसे विसरल फैट कहते हैं। ये चर्बी अंदरूनी अंगों के आस-पास जमा होती है जो सेहत के लिए खतरनाक होती है।
महिलाओं के लिए पेट की चर्बी और भी ज्यादा खतरनाक साबित होती है। अक्सर महिलाएं बॉडी को फिट और हेल्दी रखने के लिए दिन में 30 से 40 मिनट जिम में वर्कआउट करती हैं और उसके बाद पूरा दिन उनकी बॉडी एक्टिविटी न के बराबर होती है। सीटिंग जॉब करने वाली महिलाएं दिन भर में 9 से 10 घंटे कुर्सी पर बैठती है जिसका नतीजा उनके पेट पर फैट जमा होने लगता है और उनकी बॉडी बीमारियों का घर बन जाती है।
सद्गुरु जग्गी वासुदेव अक्सर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य और वेलनेस के बारे में बात करते हैं लेकिन हाल ही में उन्होंने एक इंस्टाग्राम वीडियो में महिलाओं के पेट की चर्बी, शारीरिक गतिविधि और उनकी सेहत पर ज़ोर दिया हैं। सदगुरु ने बताया महिलाओं के पेट की चर्बी न सिर्फ उनकी बॉडी को बीमार बनाती है बल्कि उनकी प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित करती है। सदगुरू ने बताया जो महिलाएं सुबह आधा या एक घंटा एक्सरसाइज करती हैं, बाकी समय वे बैठी रहती हैं जिससे उनकी बॉडी में पर्याप्त गतिविधि नहीं होती।
महिलाएं प्रजनन क्षमता को दुरुस्त करने के लिए और बॉडी को हेल्दी रखने के लिए सिर्फ वर्कआउट नहीं करें बल्कि खास योग भी करें। सदगुरु ने बताया लड़कियां 12 साल की उम्र में ही हठ योग करना शुरु कर दें तो उनकी बॉडी हेल्दी रहेगी और उनकी प्रजनन क्षमता भी बूस्ट होगी। सदगुरु ने बताया अगर आप सिर्फ जिम में मांसपेशियों को मजबूत कर रही हैं और फिट दिख रही हैं, तो यह पर्याप्त नहीं है आपके लिए हठ योग करना बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं कि पेट की चर्बी कौन सी 10 बीमारियों का कारण बनती है और ये योग कैसे महिलाओं की मदद करता है।
पेट की चर्बी कैसे महिलाओं की सेहत को बिगाड़ती है?
कंसल्टेंट डाइटिशियन और डायबिटीज एजुकेटर कनिक्का मल्होत्रा के अनुसार, विसरल फैट की सूजन पैदा करने वाली प्रकृति शरीर की दर्द प्रतिक्रिया को और बढ़ा देती है। अतिरिक्त पेट की चर्बी, विशेष रूप से विसरल फैट, मेटाबोलिक रूप से सक्रिय होती है और सूजन पैदा करने वाले मार्कर्स छोड़ती है, जो दर्द संवेदनशीलता को बढ़ाते हैं और फाइब्रोमायल्जिया जैसी क्रॉनिक स्थितियों में योगदान करते हैं। हार्मोनल फैक्टर, जैसे एस्ट्रोजन, फैट के वितरण और मेटाबोलिज़्म को प्रभावित करते हैं, जिससे महिलाओं में पेट की चर्बी और क्रॉनिक दर्द के बीच संबंध और अधिक स्पष्ट हो जाता है।
इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल, इंटरनल मेडिसिन में वरिष्ठ सलाहकार, डॉ. सुरंजीत चटर्जी ने बताया कि अतिरिक्त वजन से पैदा होने वाला मैकेनिकल स्ट्रेस मस्कुलोस्केलेटल समस्याओं को बढ़ाता है, खासतौर पर कमर और जोड़ों में। यह अतिरिक्त दबाव ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी स्थितियों को बढ़ा सकता है और लगातार असुविधा पैदा कर सकता है।
पेट की चर्ब बढ़ने से कौन सी 10 बीमारियों का बढ़ता है खतरा
- पेट की चर्बी दिल के रोग, स्ट्रोक और हाई ब्लड प्रेशर के खतरे को बढ़ाती है।
- पेट की चर्बी इंसुलिन रेसिस्टेंस और अन्य मेटाबोलिक विकारों पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती है, जो क्रॉनिक पेन की स्थितियों में योगदान करती है।
- अतिरिक्त पेट का वजन नींद के दौरान सांस लेने में भी दिक्कत पैदा करता है जिससे स्लीप एपनिया का खतरा बढ़ता है।
- पेट पर जमा विसरल फैट लिवर में वसा संचय को बढ़ाता है, जिससे नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज का खतरा बढ़ता है।
- पेट की चर्बी का ब्रैस्ट, कॉलोन और एंडोमेट्रियल कैंसर जैसी बीमारियों के जोखिम से संबंध पाया गया है।
- महिलाओं में पेट की चर्बी इंफर्टिलिटी का कारण बनती है। पेट की अधिक चर्बी हार्मोनल संतुलन को प्रभावित कर प्रजनन क्षमता को कम कर सकती है।
- अतिरिक्त पेट की चर्बी सेल्फ कॉन्फिडेंस को कम करती है, शरीर का हुलिया बिगाड़ती है और बॉडी को बीमार बनाती है।
पेट की चर्बी कंट्रोल करने के लिए महिलाएं करें हठयोग
हठयोग एक पारंपरिक योग पद्धति है जिसमें शरीर की मांसपेशियों को स्ट्रेच और मजबूत करने वाले आसन शामिल होते हैं। यह न केवल शरीर को लचीला बनाता है, बल्कि मेटाबोलिज़्म को भी तेज करता है, जिससे अतिरिक्त चर्बी कम होती है। पेट की चर्बी कम करने के लिए महिलाएं हठयोग के विशेष आसन जैसे पवनमुक्तासन, भुजंगासन और नौकासन, पेट की मांसपेशियों को टोन करते हैं और विसरल फैट को घटाने में मदद करते हैं।
ये योग हार्मोनल संतुलन बेहतर बनाते हैं, जो महिलाओं में पेट की चर्बी और वजन बढ़ने की समस्या को कंट्रोल करता है। हठ योग मेडिटेशन और प्राणायाम के माध्यम से तनाव कम करता है, ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करता है और मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है। ये योग शरीर की अतिरिक्त चर्बी जल्दी घटते हैं।
पेट, कमर और कूल्हों की चर्बी बढ़ गई है तो इस खास पत्ते को रोज़ चबा लें, आचार्य बालकृष्ण ने बताया इन्हें फैट बर्नर लीव्स,पूरी जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करें।