Tejpatta Health Benefits: डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसे जड़ से समाप्त कर पाना तो मुश्किल है लेकिन हेल्दी लाइफस्टाइल, डाइट और दवाइयों के मदद से इसे कंट्रोल कर लोग नॉर्मल जिंदगी जी सकते हैं। भारतीय पकवानों में तेजपत्ता का इस्तेमाल बहुत आम है, ये स्वाद के अलावा औषधीय गुणों से भरपूर होता है। तेजपत्ता में एंटी-इंफ्लेमेट्री, एंटी-कैंसर और एंटी-बैक्टीरियल तत्व मौजूद होते हैं जो लोगों को बीमारियों से दूर रखने में मदद करते हैं। ब्लड शुगर कंट्रोल करने में भी तेजपत्ता का इस्तेमाल फायदेमंद होता है। बता दें कि ब्लड शुगर बढ़ने से डायबिटीज का खतरा बढ़ता है। आइए जानते हैं तेजपत्ता कैसे रक्त शर्करा पर नियंत्रण रखता है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है तेजपत्ता: तेजपत्ता में फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैं जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं। माना जाता है कि इसके इस्तेमाल से शरीर में इंसुलिन का फ्लो बेहतर होता है। इसे एक्सपर्ट्स एंटी-डायबिटिक करार देते हैं। माना जाता है कि डायबिटीज रोगियों का चयापचय दूसरों की तुलना में कमजोर होती है। ऐसे में तेजपत्ता फायदा पहुंचा सकता है, इसे खाने से मेटाबॉलिज्म सुधरता है और पाचन क्रिया भी बेहतर होती है।
कम होगी अनिद्रा की शिकायत: वर्तमान समय में स्ट्रेस और परेशानी से कई लोग इनसोम्निया यानी अनिद्रा से परेशान होते हैं। इससे शरीर में स्ट्रेस हार्मोन का अधिक उत्पादन होने लगता है। ऐसे में स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार सोने से पहले तेजपत्ते के तेल की कुछ बूंदों को पानी में मिलाकर पीने से अच्छी नींद आती है।
पाचन तंत्र होगा मजबूत: तेजपत्ता खाने से मेटाबॉलिज्म सुधरता है जिससे पाचन क्रिया भी बेहतर होती है। तेजपत्ता पाचन क्रिया को दुरुस्त करने में मददगार साबित होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक कब्ज, एसिडिटी और पेट में मरोड़ जैसी समस्याओं से निजात पाने के लिए लोगों तेजपत्ते वाली चाय का सेवन करना चाहिए।
दिल को रखता है मजबूत: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार खाने में तेजपत्ते का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल में रहता है। इसमें मौजूद तत्व रूटिन और कैफिक एसिड हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है। ये हार्ट की कैपिलरी वॉल्स को मजबूत बनाता है जिससे हृदय रोग का खतरा कम होता है।