हाई बीपी का इलाज अगर समय रहते न कराया जाए, तो यह हृदय से जुड़ी बीमारियों के खतरे को बढ़ावा दे सकता है। आमतौर पर शुरुआत में हाई ब्लड प्रेशर का कोई लक्षण नहीं होता और इस वजह से काफी समय तक इस बीमारी का पता ही नहीं चलता है, लेकिन बाद में अनेक लक्षण सामने आने लगते हैं जैसे सिर दर्द, चक्कर आना, सांस लेने में परेशानी आदि। इस समस्या से निजात पाने के लिए आप अपनी डाइट में तुलसी से बने काढ़े को शामिल कर सकते हैं। यह ना सिर्फ ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है, बल्कि और भी कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। आइए जानते हैं तुलसी का काढ़ा कैसे ब्लड प्रेशर कंट्रोल करता है-

हाई ब्लड प्रेशर के लिए तुलसी का काढ़ा: तुलसी में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन्स मौजूद होते हैं जो हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करते हैं। इसके अलावा इसमें मौजूद अन्य पोषक तत्व हृदय रोग के खतरे को भी कम करते हैं। इतना ही यदि आप रोजाना तुलसी का काढ़ा पिएंगें तो इससे आपके हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण भी कंट्रोल होंगे। तुलसी में यूजेनॉल नामक तत्व पाया जाता है, जो रक्तचाप को कम करने में मदद करता है।

ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के लिए तुलसी को किन तरीकों से करें डाइट में शामिल: आप तुलसी को कई तरीकों से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं जैसे- तुलसी की चाय, काढ़ा या फिर किसी भी अन्य तरीके से कर सकते हैं जैसे आप पास्ता, सूप, सलाद और पुलाव में भी इसको डालकर खा सकते हैं। इसके अलावा आप तुलसी के पत्तों को चबाकर भी खा सकते हैं।

तुलसी के अन्य फायदे:

– तुलसी में एंटीबायोटिक और एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं जो शरीर को इंफेक्शन से बचाने में मदद करते हैं।
– तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट होता है जो सर्दी-जुकाम, बुखार जैसी बीमारियों को ठीक करने में मदद करता है। इन समस्याओं में तुलसी का काढ़ा पीना बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।
– मुंह की बदबू को दूर करने में भी तुलसी के पत्ते काफी फायदेमंद होते हैं और नेचुरल होने की वजह से इसका कोई साइडइफेक्ट भी नहीं होता है।
– स्किन संबंधी समस्याओं में भी तुलसी बेहद फायदेमंद है। इसके इस्तेमाल से कील-मुहांसे खत्म हो जाते हैं और चेहरा साफ होता है।