Joint Pain And Back Pain: अगर बात करें जोड़ों के दर्द की तो घुटने के दर्द और एड़ी में दर्द के बाद कमर दर्द की समस्या ज्यादातर युवाओं को परेशान करने लगी है। आमतौर पर युवा इस समस्या का कारण नहीं समझ पाते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि वे व्यायाम करने के लिए स्ट्रेचिंग या रोजाना टहलने जैसी जरूरी गतिविधियां करते हैं इस कारण से उन्हें ऐसी समस्या है। लेकिन ऐसी बात नहीं है, फिर यह समस्या क्यों हो रही है? तो जान लें कि आपकी इस समस्या का कारण आपकी बैठने की पोजीशन भी हो सकती है।
बैठने का सही तरीका क्या है?
ज्यादातर लोग ऑफिस में मीटिंग में या किसी सेमिनार में कहीं भी बैठ जाते हैं तो अपने पैरों को एक दूसरे के ऊपर रखकर बैठ जाते हैं। इस तरह बैठने को क्रॉस लेग सिटिंग पोजीशन कहा जाता है। इस तरह बैठने की प्रथा पश्चिमी देशों से आई है और कुछ लोगों को यह तरीका पसंद आया तो कुछ लोगों ने इसमें शिष्टाचार देखा तो कुछ लोग इस तरह बैठने में आत्मविश्वास महसूस करते हैं।
आपके इस तरह बैठने का कारण जो भी हो, लेकिन इस स्थिति में रोजाना कई घंटों तक बैठने की आदत को बदलना आपके स्वास्थ्य के लिए सही है। जो लोग लगातार कई घंटों तक क्रॉस लेग पोजिशन में बैठते हैं, उन्हें अक्सर ये हेल्थ प्रॉब्लम्स घेर लेती हैं। जैसे कि लोअर बैक पेन, पैरों में दर्द रहना, ब्लड प्रेशर (बीपी) की समस्या, घुटने का दर्द, कॉफ (Calf) में खिंचाव या अकड़न होना आदि
यदि आपको अक्सर पैरों में सुन्नता या पैरों में झुनझुनी या पैरों में चींटी के चलने जैसा महसूस होने की समस्या होती है, तो आपको उस स्थिति पर ध्यान देना चाहिए जिसमें आप अक्सर बैठते हैं। क्योंकि क्रास लेग करके बैठे अधिकांश लोगों को उचित रक्त संचार न होने के कारण इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है।
जांघो में दर्द या भारीपन
क्रॉस लेग्ड बैठने से पैल्विक मांसपेशियां इंबैल्स होती हैं। इससे जांघों में दर्द, भारीपन की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसलिए क्रॉस लेग पोजीशन में बैठने का समय कम करें और रोजाना स्ट्रेचिंग, एक्सरसाइज, गेम्स जैसी गतिविधियां करें। जिससे पूरे शरीर में रक्त संचार सुचारू रूप से चलता रहे।