यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाले रसायन हैं जो प्यूरिन से भरपूर फूड्स का सेवन करने से बढ़ते हैं। यूरिक एसिड का बढ़ना एक ऐसी परेशानी है जिसकी वजह से बॉडी में कई तरह की बीमारियां परेशान करने लगती है। शरीर में यूरिक एसिड का उच्च स्तर हाइपरयूरिसीमिया नामक एक स्थिति पैदा करता है जो गाउट का कारण बनता है। गाउट एक ऐसी स्थिति है जिसमें जोड़ों में दर्द और सूजन की शिकायत होती है। इस दर्द और सूजन की वजह से उठना-बैठना तक मुश्किल हो जाता है। जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो डाइट पर कंट्रोल करें, लाइफस्टाइल में बदलाव करें और कुछ आयुर्वेदिक नुस्खों को अपनाएं तो इस दर्द से राहत पा सकते हैं।

यूरिक एसिड ऐसे टॉक्सिन है जिन्हें कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक नुस्खें बेहद असरदार साबित होते हैं। योग गुरू बाबा रामदेव के मुताबिक यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा और कई तरह की जड़ी बूटियां बेहद असरदार साबित होती है। आइए जानते हैं कि बढ़े हुए यूरिक एसिड को कैसे कंट्रोल करें।

​आयुर्वेदिक पुनर्नवा काढ़ा यूरिक एसिड करता है कम:

जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो बाबा रामदेव का आयुर्वेदिक काढ़ा पुनर्नवा का सेवन करें। पुनर्नवा एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो जोड़ों में दर्द और सूजन को दूर करने में बेहद असरदार साबित होती है। इस काढ़े का सेवन करने से यूरिक एसिड पेशाब के जरिए बॉडी से बाहर निकल जाता है। इसका सेवन करने से जोड़ों के दर्द और सूजन से राहत मिलती है।

गुग्गुल से करें यूरिक एसिड कंट्रोल:

यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में गुग्गुल का सेवन बेहद असरदार साबित होता है। औषधीय गुणों से भरपूर इस जड़ी बूटी से कई बीमारियों का उपचार किया जाता है। ये जोड़ों में दर्द और सूजन को दूर करती है।

सोंठ करती है यूरिक एसिड कंट्रोल:

सौंठ एक ऐसा मसाला है जिसका सेवन यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में किया जा सकता है। ये जोड़ों में दर्द और सूजन को कम करती है। सौंठ का इस्तेमाल पीसकर उसका पाउडर बनाकर कर सकते हैं। सोंठ में आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फाइबर, सोडियम, विटामिन ए और सी, जिंक, फोलेट एसिड, फैटी एसिड मौजूद होता है जो इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाता है और बीमारियों का उपचार करता है।

हल्दी का करें सेवन:

औषधीय गुणों से भरपूर हल्दी का सेवन करने से यूरिक एसिड कंट्रोल रहता है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन सूजन को दूर करता है। इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीबायोटिक गुण भी मौजूद होते हैं जो यूरिक एसिड को कम करते हैं और बॉडी को हेल्दी रखते हैं।