दिमाग को शांत और खुद को हेल्दी बनाए रखना आज के समय में बहुत चुनौतीपूर्ण हो गया है। आजकल की तेज रफ्तार भरती जिंदगी में महिलाओं के लिए हर दिन एक मैराथन जैसा लगता है। दफ्तर की डेडलाइन, परिवार की देखभाल, रिश्तों की जिम्मेदारियां और स्वास्थ्य का ध्यान यह सब कुछ थकान और तनाव को बढ़ा देता है। ऐसे में चिंता, मूड स्विंग्स और बेचैनी आम हो जाती है। हालांकि, शरीर और मन को भीतर से डिटॉक्स करने के लिए बहुत सारे योग अभ्यास हैं, जिन्हें करने से दिमाग को सकारात्मक और शांत रखा जा सकता है।
योग गुरु बाबा रामदेव के मुताबिक, योग अभ्यास न केवल दिमाग को कंप्यूटर से भी तेज बनाया जा सकता है, बल्कि शरीर को भी कई बीमारियों से दूर रखा जा सकता है। दिमाग को तेज बनाने के लिए कुछ योगासन बहुत लाभकारी साबित हो सकते हैं। मेंटल डिटॉक्सेशन का मतलब है अपने मन को उन नकारात्मक सोच विचार या परेशानियों से दूर रखना, जो हमारी मानसिक शांति को खराब कर रही हैं।
बालासन
योग में कोई आरामदायक मुद्रा होती, तो वह बालासन होती। बाल मुद्रा, शोरगुल से दूर एक सुरक्षित कोने में सिमट जाने जैसा है। इसे करने के लिए जमीन पर घुटनों के बल बैठें। एड़ियों पर बैठते हुए शरीर को आगे झुकाएं। माथे को मैट पर टिकाएं और हाथों को आगे की ओर फैलाएं या शरीर के पास रखें। इसके बाद आंखें बंद करके गहरी सांस लें। इस आसन को करने से तनाव और चिंता को कम किया जा सकता है। यह पीठ, कंधों और कूल्हों की जकड़न दूर करता है। मन को स्थिर और सुरक्षित महसूस कराता है। इस आसन को 2–3 मिनट तक करें, यह अपने-आप को गले लगाने जैसा अनुभव देता है।
सेतु बंधासन
ब्रिज पोज आपको शरीर और मन, दोनों में हल्का महसूस कराता है। आप पीठ के बल लेटें, घुटनों को मोड़ें और कूल्हों को ऊपर उठाएं। यह हल्का सा आर्च छाती को खोलता है और हार्ट को सांस लेने की जगह देता है। इससे छाती और कंधों का तनाव कम होता है। ब्लड फ्लो बेहतर बनाता है और थकान घटाता है। इस आसन को करने से मानसिक रूप से हल्कापन और एनर्जी का अनुभव होता है।
विपरीत करनी आसन
मानसिक स्वास्थ्य के लिए सिर्फ एक ही आसन आजमाना चाहते हैं, तो विपरीत करनी आसन करें। “लेग्स-अप-द-वॉल” बिल्कुल वैसा ही है जैसा सुनने में लगता है। इसे करने के लिए दीवार के पास पीठ के बल लेटें। पैरों को सीधा ऊपर दीवार पर टिकाएं। हाथों को बगल में ढीला छोड़ दें और आंखें बंद करें। इस आसन को करने से पैरों की थकान और सूजन दूर होती है। नर्वस सिस्टम को शांत करता है। इसके साथ ही बेचैन विचारों को धीमा कर नींद लाने में मदद करता है।
सुखासन फॉरवर्ड बेंड
सुखासन का अर्थ है “आसान मुद्रा”, लेकिन आसान का अर्थ निरर्थक नहीं है। सुखासन करने के लिए क्रॉस-लेग पोज में बैठें। रीढ़ सीधी रखें और धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें। हाथों को सामने जमीन पर रखें और आंखें बंद करें। इस आसन को करने से कूल्हों की जकड़न और भावनात्मक तनाव को दूर करता है। यह मन को शांत करता है और ध्यान बढ़ाता है। यह योगाभ्यास में मेडिटेशन जैसा अनुभव देता है।
शवासन
शवासन विश्राम मुद्रा है। बहुत से शुरुआती लोग इसे छोड़ देते हैं, यह सोचकर कि यह बस “लेटा हुआ” है, लेकिन किसी ऐसे व्यक्ति से पूछें जो कुछ समय से योग का अभ्यास कर रहा हो और वे आपको बताएंगे कि यह सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसे करने के लिए पीठ के बल सीधे लेट जाएं। हाथ-पैर को हल्का फैलाकर रखें। आंखें बंद करें और सांस पर ध्यान केंद्रित करें। यह आसन पूरे शरीर और मन को गहरी शांति देता है। नर्वस सिस्टम को रिलैक्स करता है और दिल की धड़कन सामान्य करता है।
वहीं, NCBI में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, लिवर को हेल्दी रखने के लिए विटामिन ए और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा शरीर में जरूर होनी चाहिए।