डायबिटीज की बीमारी में ब्लड शुगर लेवल को मेनटेन रखना बेहद ही जरूरी होता है। क्योंकि खून में ग्लूकोज का स्तर बढ़ने से कई तरह की गंभीर और जानलेवा स्थितियों, जैसे- हार्ट अटैक, किडनी फेलियर, मल्टीपल ऑर्गन फेलियर और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है। हाई ब्लड शुगर लेवल को मेडिकल टर्म में हाइपरग्लासेमिया कहा जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि खानपान खून में शर्करा के स्तर को काफी प्रभावित करता है।

इसलिए विशेषज्ञ डायबिटीज यानी मधुमेह के मरीजों को खानपान के प्रति अधिक सावधानी बरतने की सलाह देते हैं। योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) के मुताबिक आयुर्वेद में कई ऐसी चीजें हैं, जिनके जरिए ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) को नियंत्रित किया जा सकता है, इन्हीं में से एक है चना। सर्दियों के मौसम में चना मार्केट में आसानी से उपलब्ध हो जाता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए चना किसी सुपरफूड से कम नहीं माना जाता।

चना: मिनरल्स, विटामिन्स, फाइबर और प्रोटीन से भरपूर चने का ग्लासेमिक इंडेक्स यानी जीआई काफी कम होता है। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर चने में विटामिन ए, बी, सी, डी, फॉस्फोरस, पोटेशियम, कार्बोहाइड्रेट और कैल्शियम की अच्छी-खासी मात्रा मौजूद होती है। यह दिल के लिए बेहद ही अच्छा माना जाता है।

डायबिटीज के मरीज इस तरह करें चने का सेवन: स्वामी रामदेव के मुताबिक डायबिटीज (Diabetes) के मरीज चने का अलग-अलग तरीके से सेवन कर सकते हैं। इसके लिए मधुमेह के रोगी सुबह के समय मुट्ठीभर अंकुरित चने का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा चने का पानी भी ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है।

चने का पानी बनाने के लिए एक गिलास पानी में 2 चम्मच चने डालकर भिगो दें। फिर इस पानी को छानकर पिएं। आप चाहें तो चने को उबालकर भी या फिर सलाद के रूप में उसका सेवन कर सकते हैं। खाने में गेहूं के आटे की जगह चने की रोटी का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा चने की सब्जी बनाकर भी उसका सेवन किया जा सकता है। काले चने में मौजूद प्रोटीन ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है।