आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग तनाव से ग्रसित हो जाते हैं। तनाव और डिप्रेशन की समस्या से छुटकारा पाने के लिए लोग धूम्रपान और तंबाकू आदि का सहारा लेते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार देश में करीब 12 करोड़ लोग नियमित तौर पर धूम्रपान करते हैं। वहीं, हर साल करीब 10 लाख लोग तंबाकू का सेवन करने के कारण अपनी जान गंवा देते हैं। केवल इतना ही नहीं धूम्रपान और तंबाकू का सेवन करने में भारत दुनियाभर में दूसरे नंबर पर है।
इसके साथ ही जो लोग धूम्रपान और तंबाकू का सेवन करते हैं, उनमें से 51 फीसदी लोगों में कोरोना संक्रमण का अधिक खतरा रहता है। बता दें, धूम्रपान और तंबाकू का सेवन ना सिर्फ फेफड़ों को डैमेज, संकुचित और कमजोर करता है, साथ ही यह हार्ट अटैक का कारण भी बन सकता है।
धूम्रपान से होने वाली बीमारियां: जो लोग नियमित तौर पर स्मोकिंग करते हैं या फिर तंबाकू का अधिक सेवन करते हैं, उनके लंग्स जल्दी खराब होने लगते हैं। इसके अलावा कैंसर, फूड पाइप में इंफेक्शन, दिल से संबंधित बीमारी, हाई बीपी, ऑटोइम्यून जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। हालांकि, बाबा रामदेव की मानें तो योग और प्राणायाम के जरिए धूम्रपान की इस आदत से हमेशा के लिए निजात पाया जा सकता है।
दंड बैठक: इस आसन को करने से झुर्रियां कम होती हैं, साथ ही मोटापा भी कम हो सकता है। नियमित तौर पर दंड बैठक करने से मांसपेशियां भी मजबूत बनती हैं। दंड बैठक को करीब 25 बार करना चाहिए।
सूर्य नमस्कार: सूर्य नमस्कार का नियमित तौर पर अभ्यास करने से फेफड़ों को अधिक मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है। साथ ही यह नशे की लत को दूर करने में भी कारगर है। सूर्य नमस्कार मनुष्य की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है।
दंडासन: जिन लोगों की ड्रग्स का सेवन करने की लत लग गई है, उन लोगों को दंडासन का नियमित तौर पर अभ्यास करना चाहिए। इससे दिमाग शांत रहता है, साथ ही यह मस्तिष्क को स्वस्थ भी रखता है। दंडासन मांसपेशियों को मजबूत करने में भी कारगर है।
मर्कटासन: यह आसन पेट संबंधी बीमारियों को ठीक करता है, साथ ही शरीर में नई स्फूर्ति और ताजगी लेकर आता है। मर्कटासन मानसिक शांति भी प्रदान करता है।