हमारे आसपास कई प्रकार के पेड़-पौधे होते हैं, जो किसी औषधि से कम नहीं होते, लेकिन हर किसी को इसकी सही पहचान नहीं होती। भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों और पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स को स्वास्थ्य के लिए वरदान माना गया है। इनमें कुछ ऐसे सुपरफूड्स हैं, जिनके फायदे न सिर्फ पारंपरिक ग्रंथों में दर्ज हैं, बल्कि आधुनिक विज्ञान भी उन्हें प्रमाणित करता है। आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. मानसी मौर्य ने बताया कि अश्वगंधा, आंवला और मोरिंगा तीन ऐसे ही आयुर्वेदिक सुपरफूड्स हैं, जिन्हें आज दुनिया भर में पोषण और स्वास्थ्य के लिए वरदान माना गया है।

आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. मानसी मौर्य के मुताबिक, अश्वगंधा, आंवला और मोरिंगा जैसे आयुर्वेदिक सुपरफूड्स आधुनिक लाइफस्टाइल में स्वास्थ्य को प्राकृतिक तरीके से बेहतर बनाने के लिए बहुत लाभकारी है। यह न केवल शरीर को पोषण देते हैं, बल्कि तनाव कम करने, इम्यूनिटी बढ़ाने और क्रॉनिक बीमारियों से बचाव में भी मदद करते हैं। इन सुपरफूड्स को डेली के आहार में शामिल कर बेहतर एनर्जी, मजबूत इम्यूनिटी और कई बीमारियों से बचाव किया जा सकता है।

क्या है न्यूट्रास्यूटिकल्स?

न्यूट्रास्यूटिकल्स ऐसे फूड उत्पाद हैं, जो केवल पोषण ही नहीं बल्कि अतिरिक्त स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करते हैं। ये प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त होते हैं और बीमारियों से बचाव कर सकते हैं। आयुर्वेदिक सुपरफूड्स को इसी श्रेणी में रखा जाता है, क्योंकि ये पोषण के साथ-साथ मानसिक और शारीरिक संतुलन बनाए रखने में भी सहायक हैं।

अश्वगंधा

अश्वगंधा को इंडियन जिनसेंग भी कहा जाता है। यह एक एडेप्टोजन है यानी यह शरीर को तनाव से लड़ने और मानसिक संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। अश्वगंधा शरीर में कॉर्टिसोल हार्मोन को कंट्रोल करता है, जिससे मानसिक शांति और संतुलन मिलता है। इसके न्यूरोप्रोटेक्टिव गुण स्मरणशक्ति और मानसिक एकाग्रता बढ़ाते हैं। नियमित सेवन से मांसपेशियां मजबूत होती हैं और एथलेटिक परफॉर्मेंस बेहतर होती है। इसके साथ ही यह प्रतिरक्षा कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ाता है, जिससे बीमारियों से बचाव होता है।

अश्वगंधा का सेवन कैसे करें

एक चम्मच अश्वगंधा पाउडर दूध या स्मूदी में मिलाकर लें। गर्म पानी में पाउडर डालकर चाय की तरह उबालें और शहद मिलाएं। इसके अलावा डायटरी सप्लीमेंट के रूप में डॉक्टर की सलाह से लेकर भी ले सकते हैं।

आंवला

आंवला या इंडियन गूजबेरी एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन C से भरपूर है। आयुर्वेद में इसे कई बीमारियों के लिए बहुत गुणकारी माना गया है। आंवला एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जो शरीर को संक्रमण से बचाते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी बढ़ाते हैं। यह गैस्ट्रिक जूस का स्राव बढ़ाकर पाचन को दुरुस्त करता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण झुर्रियों, समय से पहले सफेद बाल और बालों के झड़ने से बचाते हैं। इसके अलावा शोध बताते हैं कि आंवला डायबिटीज में शुगर लेवल को कंट्रोल करने में सहायक है। आंवला का सेवन स्नैक या सलाद के रूप में किया जा सकता है। सुबह खाली पेट आंवला जूस पीने से विटामिन C की कमी पूरी होती है।

मोरिंगा

मोरिंगा को मिरेकल ट्री या ड्रमस्टिक ट्री कहा जाता है। इसके पत्ते, बीज और फल सभी पोषण से भरपूर होते हैं और कई रोगों से बचाव में सहायक हैं। मोरिंगा में विटामिन A, C, E, कैल्शियम, पोटैशियम और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसमें मौजूद क्वेरसेटिन और क्लोरोजेनिक एसिड सूजन को कम करते हैं। मोरिंगा का सेवन करने से ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है। इससे हार्ट रोगों का खतरा कम होता है। शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके क्रॉनिक बीमारियों से बचाते हैं। मोरिंगा पाउडर को सूप, स्मूदी या सब्जियों में मिलाकर खा सकते हैं। इसकी पत्तियों से बनी हर्बल टी एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है। इसके अलावा ताजी पत्तियों को सलाद में मिलाकर सेवन करें।

वहीं, एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. बिमल झाजर ने बताया अगर आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आप एनिमल फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।