बढ़ते हुए स्मॉग और जहरीले प्रदूषण का सबसे गंभीर असर हमारे फेफड़ों और श्वसन तंत्र (Respiratory System) पर पड़ता है। सुबह से लेकर शाम तक आसमान पर फैला धुंध, हवा में मौजूद सूक्ष्म कण और जहरीली गैसें हमारे शरीर में धीरे-धीरे प्रवेश कर फेफड़ों को कमजोर करने लगी हैं। ऐसी हवा में सांस लेने से दम घुटना, गले में जलन, आंखों में पानी, सिरदर्द और थकान जैसी दिक्कतें बढ़ जाती हैं। बच्चों, बुजुर्गों और पहले से अस्थमा या हार्ट की बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए यह स्थिति और भी खतरनाक होती है।
डॉक्टर्स के अनुसार, लंबे समय तक प्रदूषित हवा में रहने से फेफड़ों की क्षमता घटती है, शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम होता है और धीरे-धीरे क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD), ब्रोंकाइटिस और यहां तक कि फेफड़ों के कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
स्वामी ध्यान नीरव जी ने बताया अगर आप भी बदलते मौसम में प्रदूषण से परेशान हैं, लगातार खांसी, गले में खराश, सांस लेने में कठिनाई या छाती में जकड़न महसूस कर रहे हैं तो इसे हल्के में न लें। ये संकेत हैं कि आपके फेफड़ों पर स्मॉग का असर हो रहा है। ऐसे में सिर्फ दवाइयों या इनहेलर पर निर्भर रहने के बजाय आप लाइफस्टाइल में बदलाव करें और कुछ आयुर्वेदिक हर्बल ड्रिंक्स का सेवन करें। ये ड्रिंक फेफड़ों को डिटॉक्स करेंगे और आपके Respiratory System को ठीक रखेंगे। आयुर्वेद के अनुसार कुछ खास जड़ी-बूटियां और मसाले ऐसे हैं जो नेचुरल तरीके से फेफड़ों की सफाई करते हैं और इम्यूनिटी मजबूत करते हैं। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से हर्बल ड्रिंक का सेवन करने से स्मॉग और प्रदूषण का असर होता है कम।
दालचीनी की चाय (Cinnamon Tea) पिएं
दालचीनी एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होती है। इसकी चाय पीने से शरीर में ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल होता है, पाचन बेहतर होता है और मेटाबॉलिज्म बढ़ता है। ये चाय फेफड़ों में सूजन को कम करके प्रदूषण से हुए नुकसान से बचाव करती है। एक कप पानी में दालचीनी पाउडर या स्टिक डालकर 5 मिनट तक उबालें और छानकर पिएं।
अदरक की चाय (Ginger Tea) भी है असरदार
अदरक प्रदूषण के समय सबसे असरदार हर्ब मानी जाती है। इसमें पाए जाने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपाउंड गले और फेफड़ों की सूजन कम करते हैं। यह म्यूकस को बाहर निकालने में मदद करती है और सांस लेने में आसानी देती है। पानी में ताजा अदरक के टुकड़े डालकर 7 मिनट तक उबालें और सुबह खाली पेट पिएं आपका जहरीली हवाओं से होगा बचाव।
हल्दी का दूध (Turmeric Milk)
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो फेफड़ों को डिटॉक्स करता है। यह फेफड़ों की कोशिकाओं को प्रदूषण के हानिकारक असर से बचाता है और खांसी-जुकाम में राहत देता है। एक कप गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर रात को सोने से पहले पिएं।
पुदीना की चाय (Peppermint Tea)
पुदीने में मौजूद मेंटॉल सांस की नली को खोलता है और बंद नाक को खोलता है। यह श्वसन संक्रमण से बचाता है और ताजगी भी देता है। कुछ पुदीने की पत्तियां पानी में उबालें, 5 मिनट बाद छानकर गर्म गर्म पिएं आपको फायदा होगा।
मुलेठी का ड्रिंक पीएं
मुलेठी फेफड़ों की सफाई के लिए जानी जाती है। ये खांसी और कफ को कम करती है, सूजन घटाती है और फेफड़ों के ऊतकों की मरम्मत करती है। एक कप पानी में मुलेठी डालकर 10 मिनट तक उबालें, फिर छानकर धीरे-धीरे पिएं आपको फायदा होगा।
हड्डियों को गला देती है ये बीमारी, हाथ-पैरों और दांतों पर भी दिखता है इसका असर, जानिए Osteoporosis की पहचान और बचाव। पूरी जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करें।
