आयुर्वेद में कई ऐसी चीजों का जिक्र किया गया है, जिनकी मदद से बड़ी से बड़ी बीमारी पर काबू पाया जा सकता है। खास बात तो यह है कि इनमें से अधिकतर चीजे हमारे आसपास मौजूद होती हैं, बावजूद इसके हम जानकारी के अभाव में सेहत पर उनके फायदों से अंजान रह जाते हैं। यहां हम आपको ऐसी ही दो चीजों के बारे में बता रहे हैं, जो साइलेंट किलर बीमारी डायबिटीज को काफी हद तक कंट्रोल करने में असरदार साबित हो सकती हैं।
इससे पहले जान लेते हैं कि आखिर डायबिटीज है क्या और किस तरह ये गंभीर बीमारी किसी शख्स को अपनी चपेट में लेती है?
डायबिटीज दरअसल एक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है। इसके दो टाइप हैं, टाइप 1 डायबिटीज जो अनुवांशिक होती है और टाइप 2 डायबिटीज जिसके पीछे खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खानपान अहम कारण बताए जाते हैं। पिछले कुछ सालों में ये बीमारी तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। खानपान में लापरवाही और शारीरिक स्थिरता के चलते पेनक्रियाज से निकलने वाले हार्मोन इंसुलिन की मात्रा कम होने लगती है या फिर इंसुलिन का उत्पादन होता तो है लेकिन शरीर ठीक ढंग से उसका उपयोग नहीं कर पाता है। ऐसे में शुगर का पाचन सही तरीके से नहीं हो पाता है और ब्लड में शुगर की मात्रा अनकंट्रोल तरीके से बढ़ने लगती है। इसी स्थिति को डायबिटीज या मधुमेह कहते हैं।
कैसे पाएं राहत?
बता दें कि इस गंभीर बीमारी का कोई इलाज नहीं है। हालांकि, एक्सपर्ट्स बताते हैं कि खानपान में हेल्दी चीजों को शामिल कर शरीर में ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है और इस तरह डायबिटीज पर भी काबू पाया जा सकता है।
ये आयुर्वेदिक चूर्ण है असरदार
आयुर्वेद के मुताबिक, बहेड़ा और हरड़ को एक साथ मिलाकर इनसे तैयार किया गया चूर्ण मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। ये दोनों ही आसानी से किराना स्टोर और आयुर्वेदिक स्टोर पर मिल भी जाते हैं। ऐसे में आप घर पर इस चूर्ण को बनाकर डायबिटीज से राहत पाने के लिए नियमित रूप से इसका सेवन कर सकते हैं।
कैसे पहुंचाता है फायदा?
कई शोध के नतीजे बताते हैं कि हरड़ में हाइपोग्लाइसेमिक गुण मौजूद होते हैं, जो इसे मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद बनाते हैं। इसके सेवन से शरीर में अचानक इंसुलिन स्पाइक नहीं होता है, ऐसे में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। इतना ही नहीं, नियमित रूप से हरड़ के चूर्ण का सेवन करने से डायबिटीज में होने वाली अन्य परेशानियों जैसे अत्यधिक प्यास लगना, वजन कम होना, बार-बार पेशाब आना, आदि से भी राहत पाई जा सकती है।
वहीं, बात बहेड़ा की करें तो, ये इंसुलिन के प्रोडक्शन को बढ़ावा देने में मददगार है, जिससे ब्लड शुगर नियंत्रण में रहता है। इसके अलावा बहेड़ा सी-पेप्टाइड को कंट्रोल करने में मददगार है। साथ ही ये डायबिटीज में सूजन और न्यूरोपैथी की समस्या में भी कारगर है। ऐसे में इन दो आयुर्वेदिक हर्बस से तैयार चूर्ण को खाने से तेजी से ब्लड शुगर बैलेंस करने में मदद मिल सकती है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।