सर्दियों के मौसम में डायबिटीज के मरीजों को अपना अधिक ध्यान रखने की आवश्यकता है। क्योंकि इस दौरान ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करना काफी मुश्किल हो जाता है। सर्दियों के दौरान लोग अपने खानपान के प्रति अधिक लापरवाह हो जाते हैं, जिसके कारण खून में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है। बता दें कि डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है, जिसमें रक्त शर्करा का स्तर अनियंत्रित रूप से घटता-बढ़ता रहता है।

अगर ब्लड शुगर लेवल अधिक बढ़ जाए तो हार्ट अटैक, किडनी फेलियर, मल्टीपल ऑर्गन फेलियर और स्ट्रोक की संभावना भी बढ़ जाती है। सर्दियों के मौसम में डायबिटीज के मरीज जाने-अनजाने कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जो उनके स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित करती हैं। इस लेख में हम ऐसी पांच गलतियों का जिक्र करेंगे, जिन्हें डायबिटीज के मरीजों को करने से बचना चाहिए-

रात में मीठे का सेवन: भारतीय लोगों को मीठा खाना काफी पसंद होता है। हालांकि डायबिटीज के मरीजों के लिए यह किसी जहर से कम नहीं हैं। इसलिए मधुमेह के रोगियों को भूलकर भी रात के समय मीठे का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे उनका ब्लड शुगर लेवल प्रभावित होता है।

व्यायाम ना करना: सर्दियों के मौसम में लोग सुबह जल्दी उठने में थोड़ा आलस करते हैं। हालांकि डायबिटीज के रोगियों को कभी भी व्यायाम करना छोड़ना नहीं चाहिए। रोजाना कसरत करने से डायबिटीज कंट्रोल में रहती है।

कम पानी पीना: ठंड के मौसम में अधिक प्यास नहीं लगती, जिसके कारण लोग पानी का सेवन नहीं करते। हालांकि डायबिटीज के मरीजों को ऐसा करने से बचना चाहिए। मधुमेह के रोगियों को सर्दियों के दौरान भी पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए, क्योंकि इससे अधिक यूरीन डिस्चार्ज होता है और ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।

ट्रांस फैट वाले फूड्स: मधुमेह के रोगियों को डिब्बा बंद या फिर अन्य बेक्ड फूड आदि के सेवन से बचना चाहिए। क्योंकि यह शरीर में इंसुलिन प्रतिरोध का कारण बनते हैं।

खाली पेट कॉफी का सेवन: कई शोधों में इस बात का खुलासा हुआ है कि खाली पेट कॉफी के सेवन से ब्लड शुगर लेवल प्रभावित होता है और इससे हृदय रोग का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को अपने दिन की शुरुआत कभी भी कॉफी से नहीं करनी चाहिए।