आज के समय में पेट फूलने की समस्या से हर कोई परेशान है। अनहेल्दी खानपान और फिजिकल एक्टिविटीज की कमी के कराण लोग ब्लोटिंग का शिकार हो जाते हैं। पेट फूलने की समस्या का सीधा संबंध पाचन क्रिया में गड़बड़ी से होता है। अक्सर लोग इस परेशानी को आम समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह गंभीर बीमारी की वजह भी बन सकती है। बता दें, ब्लोटिंग की समस्या तब होती है, जब पेट में हवा फंस जाती है या फिर सूजन आ जाती है। इसके कारण पेट में तेज दर्द और ऐंठन की समस्या भी होने लगती है।

पीरियड्स के दौरान शारीरिक बदलाव के कारण भी पेट फूलने की समस्या हो सकती है। ब्लोटिंग की समस्या जीवन-शैली में गड़बड़ी, हार्मोन्स में असंतुलन, बासी भोजन का सेवन, कब्ज, ज्यादा देर तक भूखे रहना या फिर कई घंटों तक एक ही जगह पर बैठे रहने के कारण भी हो सकती है। इस परेशानी के दौरान कुछ चीजों से दूरी बना लेनी चाहिए।

ब्लोटिंग के लक्षण: पेट फूलने की इस बीमारी में बेचैनी, घबराहट, पेट में दर्द, कब्ज, दर्त, वजन घटना, थकान, सिर में तेज दर्द, बार-बार गैस बनना, गैस पास होना, खट्टी डकारे आना, उल्टी, जी मिचलाना, लगातार हिचकी आना, पेट में दर्द और ऐंठन और बुखार की समस्या होने लगती हैं।

वसायुक्त खाना: वसायुक्त भोजन खाने से पेट पर अधिक दबाव पड़ता है। ऐसे में वसायुक्त खाना से परहेज करना चाहिए। इन खाद्य पदार्थों के सेवन से आपको पेट में दर्द की समस्या भी हो सकती है।

बीन्स: बीन्स यूं तो स्वास्थ्य के लिए बेहद ही हेल्दी होती हैं। लेकिन जो लोग ब्लोटिंग की परेशानी से जूझ रहे हैं उन्हें बीन्स के अधिक सेवन से बचना चाहिए। बीन्स में ओलिगोसेकेराइड की उच्च मात्रा होती है, जिसके कारण शरीर उसे आसानी से पचा नहीं पाता। बीन्स की वजह से गैस बनने लगती है। अगर आप अक्सर पेट पर सूजन की समस्या से पीड़ित रहते हैं तो बीन्स जैसे राजमा, चना और दाल आद के सेवन से परहेज करना चाहिए।

इसके अलावा नियमित तौर पर 8-10 गिलास पानी का सेवन करना चाहिए। इससे पाचन तंत्र अच्छी तरह से काम करता है और कब्ज की समस्या नहीं होती।