लिवर हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। यह खाना पचाने, बॉडी में मौजूद टॉक्सिन्स को साफ करने, इंफेक्शन से लड़ने और पित्त बनाने में मदद करता है। हालांकि आज के खराब खानपान, शराब का अत्याधिक सेवन, धूम्रपान और अस्वस्थ जीवन-शैली के कारण लोग फैटी लिवर की समस्या से जूझ रहे हैं। फैटी लिवर यानी लिवर के सेल्स में जब वसा इक्ट्ठा हो जाती है तो उस स्थिति को फैटी लिवर कहा जाता है। इसके कारण लिवर के काम करने की क्षमता प्रभावित होती है, साथ ही कई गंभीर और जानलेवा बीमारियों जैसे लिवर सिरोसिस और कैंसर आदि का खतरा भी बढ़ जाता है।

फैटी लिवर की समस्या से जूझ रहे लोगों को अपने खानपान का विशेष रूप से ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। क्योंकि आप जो भी चीजें खाते हैं, उसका असर आपके लिवर पर पड़ता है। हालांकि कुछ ऐसी चीजें हैं, जो फैटी लिवर से ग्रस्ति लोगों के लिए लाभदायक साबित हो सकती हैं। ऐसे में आप इन चीजों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।

आंवला: औषधीय गुणों से भरपूर आंवला स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है। यह ना सिर्फ आपकी त्वचा और बालों की समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद करता है बल्कि रोजाना 3-4 कच्चे आंवले का सेवन करने से शरीर से सभी टॉक्सिक पदार्थ भी दूर हो जाते हैं। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट गुण लिवर से सूजन कम कर, लिवर कार्यक्षमता को तेज करता है।

ब्रोकली: ब्रोकली की सब्जी खाना भी फैटी लिवर के मरीजों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। ब्रोकली में प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, जिंक, सेलेनियम, विटामिन-ए और सी के साथ-साथ पोलीफेनोल, क्वेरसेटिन, ग्लूकोसाइड जैसे कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा ब्रोकली में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-कैंसर और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी मौजूद होते हैं। ऐसे में फैटी लिवर के मरीज अपनी डाइट में ब्रोकली को शामिल कर सकते हैं।

गिलोय: आयुर्वेद में गिलोय का इस्तेमाल सदियों से होता आ रहा है। यह तमाम तरह की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करती है। गिलोय के सेवन से लिवर में मौजूद विषाक्त पदार्थ दूर हो जाते हैं, इसके अलावा यह पाचन तंत्र को भी मजबूत करता है। ऐसे में फैटी लिवर के मरीजों को नियमित तौर पर गिलोय के काढ़े का सेवन करना चाहिए।