हमारे आसपास उगने वाले पेड़-पौधों में कई औषधीय गुण छुपे हुए हैं। समय बदलने के साथ-साथ हम इनके बारे में नहीं जानते और सोचते हैं कि ये सिर्फ पौधे हैं। हालांकि, कुछ पौधे लाखों रुपये की लागत से भी लाइलाज बीमारियों को दूर भगा सकते हैं। पुराने समय में आयुर्वेदिक पद्धति को अपनाते थे और कई घातक बीमारियों से हमेशा बचे रहते थे। ऐसे ही औषधीय गुणों वाले पौधे में अतिका आम की बेल का नाम भी शामिल है। कुछ जगहों पर इस पौधे को अंतुडु काया पौधे के रूप में भी जाना जाता है।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अटिका आम का पौधा किडनी की सभी समस्याओं के लिए बहुत ही असरदार हो सकता है। अगर आपको किडनी में पथरी या अन्य बीमारी है या होने की संभावना है तो आप इसका सेवन कर सकते हैं। इसके सेवन से आपकी किडनी से जुड़ी सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी।
आम के पत्तों के फायदे
- आम के पत्तों में पॉलीफेनॉल और टेरपेनोइड्स जैसे पौधों के यौगिक होते हैं, जो शरीर में बीमारियों से लड़ने और सूजन कम करने में मदद करते हैं।
- आम के पत्तों में क्वेरसेटिन, आइसोक्वेरसिट्रिन, और एस्ट्रैगलिन जैसे सक्रिय तत्व होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करते हैं।
- आम के पत्तों में विटामिन-ए और सी होता है, जो कोलाजन के उत्पादन में मदद करता है। इससे बालों से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं।
कैसे बनाएं अटिका आम जूस
अटिका आम की बेल को पत्तियों, फूलों, टहनियों और जड़ों सहित पतले टुकड़ों में काट लें। 200 मि.ली. एक कटोरे में पानी लें और इसे 5-10 मिनट तक उबालें। इसमें टुकड़ों को उबलने के क्रम में डालें, जब पत्तियों का अर्क रस में बदल जाए तो इसे छान लें और पी लें। प्रतिदिन सुबह 50 मि.ली. पीने का पानी ही काफी है।
अटिका आम का इस्तेमाल ज्यादातर किडनी रोगों से जुड़ी अंग्रेजी दवाओं में किया जाता है। इसे किसी भी अन्य पत्तेदार सब्जी की तरह पकाकर भी खाया जा सकता है। आयुर्वेद एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यह आंखों से लेकर पैरों तक, सिर से लेकर पैरों तक सभी अंगों को अच्छे पोषक तत्व देता है। इसे पीने से हफ्ते में 3 बार होने वाली डायलिसिस धीरे-धीरे खत्म हो जाएगी।
इसके अलावा रसोई में रखी कई ऐसी चीजें है जिससे कोलेस्ट्रॉल को खत्म किया जा सकता है। कोलेस्ट्रॉल को खत्म करने के लिए तिल के बीज बहुत ही फायदेमंद होते हैं।
