Uric Acid Symptoms: कई बार अचानकर चलते-चलते ही लोगों को बगैर किसी चोट के भी एड़ियों में दर्द होने लगता है। इसके अलावा, कभी सुबह उठने के साथ ही, इस तकलीफ से लोगों को जूझना पड़ जाता है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ऐसा गाउट या अर्थराइटिस के कारण हो सकता है। बता दें कि शरीर में मौजूद यूरिक एसिड जो एक तरह का वेस्ट प्रोडक्ट है, जब जोड़ों और टिश्यूज में जमने लगता है तब इससे गठिया और गाउट जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
सिर्फ इतना ही नहीं, जिन लोगों के शरीर में इस केमिकल की मात्रा अधिक हो जाती है, उन्हें मोटापा, हार्ट डिजीज, किडनी रोग, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर जैसी कई गंभीर बीमारियों से ग्रस्त होने का खतरा बढ़ता है। ऐसे में हाई यूरिक एसिड के लक्षणों को जानना बेहद जरूरी है।
एड़ियों में दर्द: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार जब जोड़ों के बीच में यूरिक एसिड के क्रिस्टल्स जमने लगते हैं तो इससे गाउट नामक इंफ्लेमेट्री अर्थराइटिस का खतरा बढ़ जाता है। इस बीमारी से ग्रस्त मरीजों को जोड़ों और हाथ-पैर में काफी पीड़ा होती है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस स्थिति में सबसे ज्यादा असर लोगों के अंगूठों में होता है। हालांकि, एड़ी समेत दूसरे जॉइंट्स भी हाई यूरिक एसिड से प्रभावित होते हैं।
ज्यादा होने लगती है जलन: जिन लोगों के शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने लगता है उन्हें हाथ-पैरों में जलन की शिकायत हो सकती है। इतना ही नहीं, बार-बार सीने में और पेशाब करते वक्त जलन होना भी यूरिक एसिड के बढ़ने की निशानी हो सकती है।
दर्द और सूजन: हाई यूरिक एसिड के कारण उंगलियों में असहनीय दर्द होता है। साथ ही, जोड़ों में दर्द, अकड़न और सूजन आदि जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अत्यधिक थकान, चिड़चिड़ापन भी इसके लक्षणों में शामिल होते हैं।
किडनी प्रॉब्लम्स: शरीर में पर्याप्त मात्रा से अधिक यूरिक एसिड कई अंगों को प्रभावित करता है, यहां तक कि इससे किडनी भी सुचारू रूप से कार्य करने में अक्षम हो जाती है। ऐसे में किडनी में पथरी भी हाई यूरिक एसिड का संकेत देता है।
ये भी हो सकती है दिक्कतें: बार-बार बुखार आना, ठंड लगना, पेशाब जाने की इच्छा, खराब पाचन, एसिडिटी और दस्त भी यूरिक एसिड बढ़ने का संकेत होता है।