डायबिटीज या फिर प्रीडायबिटीज हैं तो ब्लड शुगर का स्तर कंट्रोल करने के लिए डाइट पर ध्यान देना जरूरी होगा। फल हमारी डाइट का अहम हिस्सा है डायबिटीज मरीज अगर फलों का सेवन करें तो मीठा खाने की क्रेविंग कंट्रोल रहती है और ब्लड शुगर बढ़ने का खतरा भी ज्यादा नहीं रहता। डायबिटीज मरीजों की इम्युनिटी कमजोर होती है और उनके जल्दी-जल्दी बीमार होने का खतरा भी अधिक रहता है। बॉडी को बीमारियों से बचाने के लिए और इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए डाइट में कुछ पोषक तत्वों का सेवन करना भी जरूरी है। सेब और संतरा दोनों ऐसे फल हैं जो सर्दी में खूब मिलते हैं। सर्दी में मीठे संतरा का सेवन करने से बॉडी हाइड्रेट रहती है और इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग रहती है।
एक सेब का सेवन बीमारियों से महफूज रखता है। अब सवाल ये उठता है कि सेब और संतरा दोनों फलों में से कौन सा फल ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में असरदार है? अपोलो अस्पताल की मुख्य पोषण विशेषज्ञ डॉ. प्रियंका रोहतगी बताती हैं कि हम खाने के साथ फलों का सेवन कैसे करते हैं ये ज्यादा मायने रखता है। एक्सपर्ट के मुताबिक दोनों ही फल सेहत के लिए अनुकूल हैं। इन फलों का फायदा उनके आकार और उनके सावधानीपूर्वक उपभोग पर निर्भर करता हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक डायबिटीज मरीजों को कैलोरी काउंट पर हमेशा ध्यान देना चाहिए। हमें कुछ भी फल का सेवन करते समय ध्यान रखना चाहिए कि एक फल में 15 ग्राम से ज्यादा कार्बोहाइड्रेट का सेवन नहीं करें। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि डायबिटीज मरीजों के लिए सेब या फिर संतरा कौन सा फल है ज्यादा बेहतर।
एक सेब कैसे डायबिटीज कंट्रोल करने में है बेहतर?
सेब में हाई फाइबर मौजूद होता है जो शुगर के पाचन को धीमा कर देता है, जिससे ब्लड में शुगर का स्तर नहीं बढ़ता। इसका सेवन करने से लम्बे समय तक भूख नहीं लगती। सेब में मौजूद पॉलीफेनोल्स इंसुलिन उत्पादन के लिए जिम्मेदार बीटा कोशिकाओं की टूट-फूट को रोकता हैं। डायबिटीज मरीज कार्बोहाइड्रेट सेवन को कंट्रोल में रखने के लिए छोटे सेब का सेवन करें। प्रत्येक सेब में लगभग 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है। आप सेब का सेवन थोड़े से प्रोटीन या फिर हेल्दी वसा के साथ मिलाकर करें तो फायदा होगा।
आप सेब को मुट्ठीभर मेवे और पनीर के साथ मिक्स करके खाएं। मीडियम साइज के एक सेब में लगभग 4 ग्राम फाइबर और विटामिन सी मौजूद होता है। सेब का सेवन अगर उसके छिलकों के साथ किया जाए तो दिल की सेहत दुरुस्त रहती है। सेब के छिलके में एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं जो दिल की सेहत को दुरुस्त करते हैं। सेब में चीनी की मात्रा कम होती है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है। सेब का सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर नॉर्मल रहता है।
संतरे का सेवन डायबिटीज कर सकता है कंट्रोल?
खट्टे स्वाद के साथ संतरे भी डायबिटीज फ्रेंडली डाइट का हिस्सा हो सकते हैं। फाइबर और विटामिन सी से भरपूर संतरे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 31 से 50 के बीच होता है जो कम है। एक मीडियम साइज के संतरे में आमतौर पर लगभग 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता हैं। एक मध्यम संतरा खाएं और आपको एक दिन में बॉडी के लिए पर्याप्त विटामिन सी (63 मिलीग्राम) मिल जाएगा। एक मध्यम संतरे में फोलेट (24 एमसीजी) भी होता है, जो रेड ब्लड सेल्स के निर्माण में मदद करता है। संतरे में मौजूद पोटेशियम (238 मिलीग्राम)ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है।
दोनों को खाने का सबसे अच्छा समय कौन सा है
दोनों फलों का सेवन संपूर्ण नाश्ते के रूप में करना है बेस्ट है। यह फल ब्लड में शुगर के अवशोषण को धीमा करने में मदद करते है। इसका सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर नॉर्मल रहता है। एक्सपर्ट के मुताबिक आप इन दोनों फलों का सेवन खाली पेट करने से बचें। खासकर रात को सोने से पहले इन फलों का सेवन नहीं करें,क्योंकि ये दोनों फल ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ाते हैं।
