सिंघाड़ा एक ऐसा सर्दी का फल है जिसका सेवन लोग सर्दी में ज्यादा करते हैं। इस फल का सेवन ज्यादातर लोग नवरात्रि के दौरान फास्ट में करते हैं। ये फल वैसे तो सर्दी में पाया जाता है लेकिन उसे ड्राई करके उसका सेवन पूरे साल किया जा सकता है। सिंघाड़े का सेवन लोग ड्राई करके और उसका आटा बनाकर पूरे साल खाते हैं। सिंघाड़ा पोषक तत्वों का खजाना है जो बॉडी में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करता है। 100 ग्राम सिंघाड़ा में मौजूद पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें

कैलोरी- 131 ग्राम
कुल फैट- 1.4 ग्राम
संतृप्त वसा- 0.3 ग्राम
कोलेस्ट्रॉल- 0 मिलीग्राम
सोडियम- 27 मिलीग्राम
पोटैशियम- 715 मिलीग्राम
कुल कार्बोहाइड्रेट- 28 ग्राम
प्रोटीन- 2 ग्राम
विटामिन सी
कैल्शियम
आयरन
विटामिन डी
विटामिन बी 6
कोबालामिन
मैग्नीशियम मौजूद होता है।

ये सभी पोषक तत्व बॉडी में इन पोषक तत्वों की कमी को पूरा करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर सिंघाड़ा का सेवन फ्री रेडिकल्स से बचाव करता है। आदर्श आयुर्वेदिक फार्मेसी, दक्ष मार्ग, हरिद्वार,उत्तराखंड में डॉक्टर दीपक कुमार ने बताया कि इस फल का सेवन सेहत के लिए बेहद उपयोगी है। रोजाना इस सीजनल फल का सेवन करने से बॉडी की कमजोरी दूर होती है और इम्यूनिटी स्ट्रांग होती है। इस फल का सेवन करने से बॉडी में ताकत आती है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि सिंघाड़े का सेवन करने से बॉडी को कौन-कौन से फायदे होते हैं।

बवासीर के लक्षण होते हैं कंट्रोल

रोजाना सिंघाड़े का सेवन करने से बादी और खूनी बवासीर के लक्षण कंट्रोल रहते हैं। बादी बवासीर में एनस में सूजन, दर्द और मस्सों के बाहर आने के लक्षण दिखते हैं जबकि खूनी बवासीर में मल के साथ खून आता है। फाइबर से भरपूर ये फल मल को सॉफ्ट करता है और कब्ज को दूर करता है। इसका सेवन करने से बवासीर के लक्षण कंट्रोल रहते हैं।

कमजोरी थकान होती है दूर

इसमें इतने पोषक तत्व मौजूद हैं जो बॉडी में कमजोरी और थकान को दूर करते हैं और बॉडी को हेल्दी रखते हैं। इसमें ऐसे पोषक तत्व है जो कमजोरी को जल्द से जल्द दूर करते हैं, तभी लोग इसका सेवन नवरात्र में फास्ट के दौरान करते हैं।

थायराइड रहता है कंट्रोल

थायराइड के मरीजों के लिए ये फल बेहद असरदार साबित होता है। इसका सेवन करने से गले में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होती। सिंघाड़ा गले की सूजन को कंट्रोल करता है,गले के दर्द से राहत दिलाता है।

पाचन रहता है दुरुस्त

सिंघाड़े में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है जो पाचन को दुरुस्त करती है। इसका सेवन करने से अपच से राहत मिलती है और पाचन दुरुस्त रहता है। ये एक ऐसा फल है जो आंतों की बीमारियों को दूर करता है और आंतों को साफ करता है। पेट की गंदगी को दूर करने में ये फल बेहद असरदार साबित होता है।