डायबिटीज और ब्लड प्रेशर दो ऐसे क्रॉनिक डिजीज है जो बॉडी में एक बार हो जाएं तो जिंदगी भर साथ रहते हैं। ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर दोनों ऐसी बीमारियां है जिन्हें कंट्रोल में रखना बेहद जरूरी है। डायबिटीज को अगर कंट्रोल नहीं किया जाए तो कई तरह की बीमारियों का जोखिम जैसे हृदय रोग, किडनी फेल होना, आंखों की बीमारियां, नर्व डैमेज, पैरों में घाव और गैंग्रीन होने का खतरा ज्यादा रहता है। हाई ब्लड प्रेशर के हेल्थ रिस्क भी हाई ब्लड शुगर की तरह ही काफी मिलते जुलते हैं जैसे स्ट्रोक, हार्ट अटैक, हार्ट फेल होना, किडनी डैमेज और आंखों को नुकसान पहुंच सकता है।
डायबिटीज और बीपी को हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। नियमित जांच, संतुलित आहार, व्यायाम और डॉक्टर की सलाह के मुताबिक दवाएं लेकर इन दोनों क्रॉनिक बीमारियों को काबू किया जा सकता है। इन दोनों क्रॉनिक बीमारियों को काबू में करने के लिए देसी आयुर्वेदिक हर्ब बिना साइड इफेक्ट के अपना काम करती हैं।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने बताया अगर आप डायबिटीज और बीपी दोनों बीमारियों के शिकार है या किसी एक भी बीमारी के शिकार हैं तो आप हर रोज सिर्फ दो पत्ते तुलसी के और दो पत्ते करी पत्ता के खा लें। इन दोनों हर्ब्स के दो पत्ते खाने से बिना दवा के रोज ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर नॉर्मल हो जाएगा। आपको बता दें मेडिकल साइंस भी इन पत्तों को दवा की तरह ही मानता है। आइए जानते हैं कि आयुर्वेद और एलोपैथ कैसे इन पत्तों को डायबिटीज और ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के लिए असरदार मानता है।
तुलसी पत्ते कैसे ब्लड शुगर करते हैं कम
अगर आपको प्री-डायबिटीज़ या टाइप 2 डायबिटीज़ है तो तुलसी के सभी हिस्से जैसे पत्ते, तना, बीज आपको फायदा पहुंचा सकते हैं। हेल्थलाइन के मुताबिक तुलसी का पौधा ब्लड शुगर का नेचुरल इलाज करने में मदद कर सकता हैं। एक 2017 की रिसर्च रिव्यू के अनुसार कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि तुलसी डायबिटीज़ के लक्षणों को रोकने में सहायक हो सकती है। अगर आप पहले से ही ब्लड शुगर को कंट्रोल करने की दवाइयां ले रहे हैं तो तुलसी के सेवन से शुगर का स्तर बहुत ज़्यादा कम हो सकता है, इसलिए तुलसी को अपने खाने में शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर सलाह लें।
आचार्य बालकृष्ण ने बताया जिन लोगों की ब्लड शुगर हाई रहता है अगर वो रोज तुलसी के पत्ते खा लें तो उनकी इम्यूनिटी मजबूत होती है और शुगर भी कंट्रोल रहेगा। तुलसी के पत्तों को रोज खाने से पाचन दुरुस्त रहता है और गैस्ट्रिक परेशानियां दूर होती हैं। जिन लोगों की ब्लड शुगर हाई रहती है वो रोजाना इन पत्तों को खाएं शुगर पूरा दिन नॉर्मल रहेगा। ये पत्ते नेचुरल तरीके से इंसुलिन का उत्पादन करते हैं। तुलसी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और फ्लैवोनॉइड धमनियों को साफ और लचीला बनाए रखता हैं। जिससे ब्लड फ्लो सही रहता है और बीपी कंट्रोल रहता है।
करी पत्ता (Curry Leaves) कैसे करता है बीपी और शुगर को नॉर्मल
डायबिटीज मरीजों के लिए करी पत्ता का सेवन बेहद अच्छा साबित होता है। करी पत्ता डायबिटीज मरीजों के दोस्त की तरह साबित होता है। इसे खाने से ब्लड में शुगर का स्तर नॉर्मल रहता है। करी पत्ता को मीठी नीम भी कहा जाता है, सिर्फ स्वाद ही नहीं बढ़ाता, बल्कि डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में भी असरदार है। आयुर्वेद और वैज्ञानिक शोधों के अनुसार इसमें ऐसे तत्व होते हैं जो इन दोनों बीमारियों को प्राकृतिक रूप से कंट्रोल कर सकते हैं। करी पत्ते शरीर में इंसुलिन हार्मोन को बेहतर तरीके से काम करने में मदद करता हैं। इससे ब्लड में मौजूद शुगर कोशिकाओं में प्रवेश कर पाती है और शुगर लेवल कम होता है। करी पत्ता एक तरह का प्राकृतिक डाइयूरेटिक है जो शरीर से अतिरिक्त सोडियम और पानी बाहर निकालता है जिससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है।
डायबिटीज का दुश्मन हैं ये 4 वर्कआउट्स, 400 mg/dL शुगर भी हो जाएगा मिनटों में नॉर्मल, रक्त शर्करा हो जाएगा मैनेज। पूरी खबर की जानकारी लेना चाहते हैं तो आप लिंक पर क्लिक करें।