हमारे किचन में मौजूद मसाले बेहतरीन हर्ब हैं जिनमें औषधीय गुण मौजूद हैं। मसालों का सेवन करने से न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ता है बल्कि ये मसाले आपकी इम्यूनिटी को भी बूस्ट करते हैं। इनका सेवन करने से बीमारियों का खतरा भी कम होता है। किचन में मौजूद मसालों में काली मिर्च एक ऐसा मसाला है जो स्वाद में तीखा होता है लेकिन ये औषधीय गुणों से भरपूर होता है। काली मिर्च में पाइपराइन नामक तत्व होता है, जो पाचन एंजाइम को सक्रिय करता है। इसका सेवन करने से पाचन से जुड़ी परेशानियों का इलाज होता है। काली मिर्च मेटाबोलिज़्म को तेज करती है और फैट बर्न करने में मदद करती है।

अक्सर लोग सर्दी जुकाम का इलाज करने के लिए काली मिर्च को पीसकर उसका पाउडर बनाकर शहद के साथ मिक्स करके खाते हैं। काली मिर्च में में एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन घटाने वाले) गुण होते हैं और यह पाचन को सुधारने में मदद कर सकते है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स गुण भी पाए जाते हैं, जो कोशिकाओं को नुकसान से बचाने में सहायक होते हैं। शहद एक प्राकृतिक मिठास देने वाला पदार्थ है, जिसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो गले की खराश को शांत करने में मदद कर सकते हैं। प्राचीन समय में काली मिर्च को शहद के साथ मिलाकर लेने से सूजन कम होती थी, पेट के अल्सर में राहत मिलती थी और पाचन तंत्र हेल्दी रहता था।

सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने बताया काली मिर्च और शहद का सेवन बेहतरीन होम रेमेडी है जो आपकी बॉडी को हेल्दी रखती है। काली मिर्च और शहद को मिलाकर खाने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, वजन कंट्रोल रहता है, श्वसन स्वास्थ्य में सुधार होता है। काली मिर्च और शहद का मिश्रण सर्दी और फ्लू के लक्षणों को कम करने और गट हेल्थ में सुधार करने में मदद करता है। आइए जानते हैं कि शहद और काली मिर्च का सेवन करने से सेहत पर कैसा होता है असर।

काली मिर्च और शहद (Black Pepper Honey) का सेवन रोज करने के फायदे

जोड़ों के दर्द का होता है इलाज

अगर आपको गठिया (Arthritis) या जोड़ों में दर्द की शिकायत है तो आप शहद और काली मिर्च का सेवन करें। काली मिर्च में औषधीय गुण होते हैं जो इस समस्या को कम करने में मदद करते हैं। यह गठिया और गाउट (Gout) की रोकथाम में भी मददगार है। स्पाइनल और जोड़ों के दर्द से पीड़ित लोगों के लिए भी ये कॉम्बिनेशन फायदेमंद है।

सर्दी और खांसी में भी है असरदार

 काली मिर्च और शहद को चाटने से सर्दी खांसी का भी इलाज होता है। शहद में एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं, जो गले की खराश को कम करते हैं और गले को सॉफ़्ट रखते हैं। काली मिर्च में पाइपरिन नामक तत्व होता है, जो बलगम को घटाने और श्वसन तंत्र को साफ करने में मदद करता है। दोनों को मिलाकर चाटने या हल्का गर्म पानी में मिलाकर पीने से खांसी कम होती है, सर्दी में राहत मिलती है और इम्यूनिटी भी बढ़ती है। यह प्राकृतिक उपाय दमा और फ्लू के लक्षणों में भी सहायक माना जाता है। सर्दी और खांसी में इस मिश्रण का सेवन सबसे प्रभावशाली माना जाता है। ये नुस्खा सर्दी, फ्लू और Covid-19 से होने वाली खांसी को कम या रोकने में मदद करता है।

वजन घटाने में मदद करता है

काली मिर्च और शहद को दिन में दो बार खाने से वजन को घटाने में भी मदद मिलती है। यह मिश्रण दिन में 2-3 बार लेने पर वजन कम करने में मदद मिलती है। काली मिर्च में पाए जाने वाले फाइटोन्यूट्रिएंट्स (Phytonutrients) शरीर की अतिरिक्त चर्बी को तोड़ने में मदद करते हैं। ये मिश्रण मेटाबोलिज़्म को भी सुधारता है जिससे फैट बर्न करने की प्रक्रिया तेज होती है।

स्वाद में होती है बढ़ोतरी

काली मिर्च और शहद को मिलाकर खाने से स्वाद में बढ़ोतरी होती है। ये मिश्रण खाने को और स्वादिष्ट बनाता है। इसका सेवन करने से स्वाद के साथ ही सेहत में भी सुधार होता है।  

ब्लड प्रेशर करता है नॉर्मल

काली मिर्च में पाइपराइन नामक तत्व मौजूद होता है, जो रक्त वाहिकाओं को आराम देने और ब्लड सर्कुलेशन सुधारने में मदद करता है। शहद में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो धमनियों में सूजन कम करते हैं और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखते हैं।

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