आयुर्वेद में आंवला को जीवनदायी अमृत कहा गया है। हजारों वर्षों से इसका उपयोग औषधि और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन के रूप में किया जाता रहा है। विटामिन C, एंटीऑक्सीडेंट, मिनरल्स और कई बायोएक्टिव कंपाउंड से भरपूर ये छोटा सा फल शरीर को अंदर से मजबूत बनाता है। आयुर्वेद के अनुसार आंवला उम्र बढ़ने की समस्याओं, पाचन विकार, स्किन-बालों के नुकसान, बॉडी को डिटॉक्स और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए बेस्ट औषधि माना जाता है।
विशेषज्ञ बताते हैं कि आंवला सिर्फ इम्यूनिटी ही नहीं बढ़ाता, बल्कि आंखों की सेहत पर भी बेहद चमत्कारिक असर डालता है। इसके नियमित सेवन से आंखों में सूजन, जलन, ड्राईनेस, एलर्जी, रात में देखने में परेशानी और शुरुआती दृष्टि कमजोरी जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। आंवले में मौजूद प्राकृतिक विटामिन C आंखों की नसों को पोषण देता है, जिससे कॉर्निया और रेटिना दोनों की हेल्थ बेहतर होती है।
आचार्य बालकृष्ण ने कहा से अमृत
आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक आंवला औषधीय गुणों से भरपूर एक फल है जो सिर से पैर तक लगभग हर तरह की बीमारी में फायदा देने वाला दिव्य फल कहा गया है। रोज सुबह खाली पेट एक आंवला खाने से बॉडी हेल्दी रहती है और बीमारियों से बचाव होता है। सेहत के लिए अमृत इस 1 आंवले में 6 किलो संतरे के बराबर विटामिन सी होता है जो इम्यूनिटी को मजबूत करता है। विटामिन C रेटिना को पोषण देता है और आंखों की मसल्स को मजबूत बनाता है। इससे धीरे-धीरे दृष्टि शक्ति में सुधार होता है और आंखों की रोशनी बढ़ने लगती है। आइए जानते हैं कि रोज एक आंवला खाने से सेहत को कौन-कौन से फायदे होते हैं।
सूजन और जलन में देता है राहत
आंवला एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है जो आंखों में होने वाली सूजन, रेडनेस, जलन और एलर्जी को शांत करने में मदद करता है। ये फल आंखों की रोशनी बढ़ता है और बॉडी को हेल्दी रहती है।
डार्क सर्कल और पफी आइज़ में कमी
आंवले का सेवन कैंडी, अचार,आंवला का पानी (Amla Water) किसी भी रूप में करें तो डार्क सर्कल और पफी आइज से छुटकारा मिलता है। ये स्किन को टाइट करता है और सूजन कंट्रोल करता है। ये नेचुरल तरीके से कोलेजन का निर्माण करता है जिससे डार्क सर्कल भी धीरे-धीरे हल्के होने लगते हैं।
संक्रमण से बचाव करता है
आंवला विटामिन C का सबसे शक्तिशाली प्राकृतिक स्रोत है। रोज इसका सेवन करने से शरीर की इम्यूनिटी मजबूत होती है और सर्दी-जुकाम, वायरल और बैक्टीरियल संक्रमणों का खतरा कम हो जाता है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर में सूजन कंट्रोल रखते हैं और कई बीमारियों से बचाव करते हैं।
पाचन को बनाता है मजबूत
आंवला डाइटरी फाइबर से भरपूर होता है, जो पाचन तंत्र को सक्रिय रखता है। इसे खाने से कब्ज में राहत मिलती है, मल त्याग सुचारू रहता है और आंतों की सेहत बेहतर होती है। यह पोषक तत्वों के अवशोषण में सुधार कर पाचन क्रिया को संतुलित करता है।
दिल की सेहत में होता है सुधार
नियमित रूप से आंवला खाने से खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) कंट्रोल रहता है और धमनियों में प्लाक बनने का खतरा कम होता है। यह एथेरोस्क्लेरोसिस के जोखिम को घटाता है, ब्लड प्रेशर को संतुलित करता है और दिल को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
स्किन को बनाता है खूबसूरत
आंवला में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट स्किन सेल्स को फ्री-रेडिकल्स से बचाते हैं और शरीर में कोलेजन उत्पादन बढ़ाते हैं। इससे झुर्रियां, फाइन लाइन्स और स्किन पर उम्र के प्रभाव धीमे दिखाई देते हैं। यह स्किन को साफ, टाइट और ग्लोइंग बनाने में मदद करता है।
ब्लड शुगर करता है कंट्रोल
आंवला क्रोमियम से समृद्ध होता है, जो इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करता है और कार्बोहाइड्रेट मेटाबॉलिज्म को संतुलित रखता है। इसका नियमित सेवन ब्लड शुगर को कंट्रोल रखता है, इसलिए डायबिटीज मरीजों के लिए यह बेहद फायदेमंद माना जाता है।
वजन घटाने में भी है मददगार
आंवले में मौजूद फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे ओवरईटिंग और अनहेल्दी स्नैक्स की आदत कम होती है। इससे बॉडी में कैलोरी इनटेक घटता है और वजन कंट्रोल में रहता है।
लिवर फंक्शन को सपोर्ट करता है
आंवला एक नेचुरल डिटॉक्सिफायर है। यह लिवर से टॉक्सिन को बाहर निकालता है, मेटाबॉलिज्म सुधारता है और लिवर की कोशिकाओं को मजबूत करता है। नियमित सेवन से लिवर हेल्दी और एक्टिव रहता है।
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