आयुर्वेदिक हर्ब्स का सेवन सदियों से बीमारियों का इलाज करने में किया जा रहा है। हजारों सालों से जड़ी बूटियों का सेवन करके गंभीर से गंभीर बीमारियों का नेचुरल इलाज किया जाता रहा है। आयुर्वेदिक हर्ब्स का सेवन करने से वात, पित्त और कफ का संतुलन बना रहता है और बीमारियों से बचाव होता है। कुछ खास हर्ब्स न सिर्फ इलाज करती हैं, बल्कि बीमारी होने से पहले ही रोकथाम करती हैं। कुछ हर्ब्स की मदद से इम्यूनिटी को स्ट्रांग बनाया जा सकता है और बॉडी को डिटॉक्स भी किया जा सकता है।
त्रिफला एक आयुर्वेदिक दवा है जो तीन फलों का मिश्रण हैं। आंवला, हरड़ और बहेड़ा तीन ऐसी आयुर्वेदिक हर्ब्स है जिन्हें तीन फलों के नाम से जाना जाता है। त्रिफला एक ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो पाचन में सुधार करती है, कब्ज का इलाज करती है, पाइल्स के लक्षणों को कंट्रोल करती है और खून को साफ करती है। आप इसे चूर्ण या कैप्सूल के रूप में ले सकते हैं।
जाने माने आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर सुभाष गोयल ने बताया त्रिफला का सेवन बवासीर के मरीजों के लिए वरदान हैं। त्रिफला का सेवन 1:2:4 के अनुपात में करें। एक भाग हरड़, दो भाग बहेड़ा और चार भाग आंवला का चूर्ण मिलाकर तैयार करें। इस मिश्रण में से प्रतिदिन एक चम्मच सेवन करें। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि त्रिफला का सेवन कैसे पाइल्स को कंटोल करता है और कब्ज का इलाज करता है।
पाइल्स और कब्ज का करता है इलाज
बवासीर एक ऐसी बीमारी है जिसके लिए कब्ज जिम्मेदार है। त्रिफला कब्ज़ को जड़ से खत्म करता है। ये एक प्राकृतिक रेचक (laxative) की तरह काम करता है। ये मल को सॉफ्ट करता है और उसे आसानी से बाहर निकालता है। इस जड़ी बूटी का सेवन करने से आंतों की सफाई होती है और पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है, जिससे पाइल्स की जड़ पर असर होता है। इसका सेवन करने से सूजन कंट्रोल रहती है। एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर त्रिफला पाइल्स के दौरान होने वाली सूजन, जलन और दर्द को कंट्रोल करती है। त्रिफला खून को शुद्ध करता है और बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालता है। पाइल्स के मरीज एक चम्मच त्रिफला के चूर्ण का सेवन रात में सोने से पहले गुनगुने पानी के साथ करें।
बॉडी को डिटॉक्स करता है ये फल
त्रिफला तीन फलों का एक ऐसा मिश्रण है जो बॉडी की कोने-कोने की सफाई करता है। त्रिफला में मौजूद हरड़ और बहेड़ा आंतों की गंदगी को बाहर निकालते हैं। यह हर्ब मल को सॉफ्ट बनाकर कब्ज को दूर करता है, जिससे टॉक्सिन्स शरीर से नियमित रूप से बाहर निकलते रहते हैं। ये हर्ब लिवर में जमा गंदगी को भी साफ करता है। इसका सेवन करने से शरीर में जमा टॉक्सिन बाहर निकलते हैं।
ये ब्लड को शुद्ध करता है और स्किन में निखार लाता है। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर त्रिफला शरीर से फ्री रेडिकल्स को बाहर निकालता हैं। इसका सेवन करने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और वजन घटाना आसान होता है। इसका सेवन करने से बेहतर पाचन और मेटाबॉलिज्म के ज़रिए शरीर खुद ही टॉक्सिन को बाहर निकलने लगता है। बॉडी को डिटॉक्स करने के लिए आप आधा या एक चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लें।
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